क्या हत्याकांडों के सहारे यूपी में ब्राह्मण कार्ड खेलने की फ़िराक में है प्रियंका?
उत्तरप्रदेश के कानपुर में देर रात शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि जब तक ऑपरेशन विकास दुबे खत्म ना हो तब तक सभी आला-अधिकारी घटनास्थल पर ही कैंप करें।
इस घटना को लेकर कांग्रेस का एक अन्य रूप सामने आया है! उत्तर प्रदेश कांग्रेस के एक कार्यकर्त्ता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि प्रियंका गाँधी कानपुर शूटआउट को योगी सरकार के खिलाफ मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही है, विकास दुबे शूटआउट को प्रियंका गाँधी इस रूप में प्रस्तुत करना चाहती है कि योगी सरकार ब्राह्मणों के खिलाफ है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रियंका गाँधी के इशारे पर ब्राह्मण विकास दुबे के खिलाफ कार्रवाई, गोमती नगर में विवेक तिवारी की हत्या, कमलेश तिवारी की हत्या, इन मुद्दों पर योगी को घेरने की तैयारी की जा रही है। विकास दुबे प्रकरण के बाद यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस मुठभेड़ का बदला लेकर रहेगी।
सूत्र ने बताया कि इन सभी घटनाओं को ब्राह्मण के खिलाफ अत्याचार के रूप में दिखाया जाएगा। और कांग्रेस इस तरह से ब्राह्मणों को भड़काने की योजना पर काम कर रही है। इससे पहले कांग्रेस एससी-एसटी एक्ट के मुद्दे पर एमपी और राजस्थान में ऐसा कर चुकी है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस ऐसा व्हाट्सएप के जरिए करेगी। वैसे भी प्रियंका गांधी लखनऊ शिफ्ट हो रही हैं, वे यहीं से ब्राह्मण कार्ड खेलेंगी। वे यह सब अनाधिकारिक रूप से करेंगे और विकास दुबे को ब्रांड बनाएंगे और यूपी कांग्रेस के व्हाट्सएप ग्रुप्स में अनाधिकारिक रूप से विकास दुबे को ब्राह्मणों के नायक के रूप में दिखाया जाएगा।