मुख्यमंत्री राहत कोष में हुई बढ़ोतरी, 15 सौ करोड़ का आंकड़ा पार
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष के न्यासी पर्षद की 21 वीं बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 2006-07 में मुख्यमंत्री राहत कोष में 29 करोड की राशि वर्ष 2021 -22 में बढ़कर 1502 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। इसको कोष से अब तक 859 करोड़ की मदद की गई है। वहीं, कोष में 685 करोड रुपए शेष है।
बता दें कि, मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा की स्थिति में लोगों की आर्थिक सहायता की जाती है। इसके अलावा विविध कार्यों में लोगों की मदद की जाती है। इससे लोगों की काफी मदद होती है। साथ ही कोरोना से मौत होने पर उनके आश्रितों को 4 लाख रूपए की मदद भी कोष से की गई। 3704 मृतकों के आश्रितों को 148.16 करोड़ रुपए की सहायता की गई।
वहीं, लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में कोष से 21 लाख लोगों के खाते में ₹1000 भेजे गए। करोना में अब तक 448.16 करोड़ की सहायता लोगों को की गई है। साथ ही कालाजार रोग से पूर्ण मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री कालाजार राहत कोष के अंतर्गत प्रति रोगी 6600 रूपए की मदद की जा रही है। यह योजना 2011 में आरंभ हुई थी। इस योजना से राज्य में कालाजार रोग से उन्मूलन में काफी सहायता मिली। अब राज्य में 2,000 से अधिक कम संख्या में कालाजार पीड़ित लोग हैं।
साथ ही 10 बाढ़ प्रभावित जिलों में 100बाढ़ आश्रय स्थल के निर्माण के लिए अबतक 56 करोड़ 2 लाख 60 हजार रूपए निर्गत किए जा चुके हैं। वहीं, बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों को बर्तन व वस्त्र खरीदने के लिए प्रति व्यक्ति ₹600 की मदद की गई। इसके अलावा राहत शिविर में लड़के के जन्म पर 10 हजार लड़की के जन्म पर 15 हजार का भुगतान किया गया।