कोरोना संकट को देखते हुए चुनाव आयोग ने स्थगित किये उपचुनाव, बिहार विधानसभा चुनाव पर भी संकट!
पटना: देश में कोरोना संकट को देखते हुए चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। चुनाव आयोग ने कोरोना व बाढ़ के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए विभिन्न राज्यों में होने वाले लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव को स्थगित कर दिया है।
चुनाव आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति सामान्य होने के बाद चुनाव कराए जाएंगे। इसलिए फिलहाल स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 7 सितंबर 2020 तक देशभर में होने वाले सभी चुनाव को स्थगित किया जाता है।
हालांकि चुनाव आयोग ने कहा कि जो उपचुनाव स्थगित किये जा रहे हैं। यह चुनाव 8 सीटों पर 7 सितम्बर 2020 तक होनी थी। वहीं मध्य प्रदेश उपचुनाव के बारे में बताया जाता है कि आयोग यहां सितंबर के अंत तक चुनाव करा सकती है।
6 राज्यों में 8 सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से वाल्मीकि नगर लोकसभा (बिहार), आगर विधानसभ (मध्यप्रदेश), सिबसागर विधानसभा (असम) तिरुवोत्तियुर और गुदियात्तम विधानसभ (तमिलनाडू), बुलंदशहर और टुंडला विधानसभा (उत्तरप्रदेश) और चावरा विधानसभा (केरल) शामिल हैं।
चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव टालने के बाद बिहार में इस बात को बल मिल गई कि अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव भी टाला जा जा सकता है। चुनाव आयोग का मानना है कि विषम परिस्थितियों में चुनाव संभव नहीं है।
यह बात स्पष्ट है कि जब लोकसभा के एक सीट का चुनाव कोरोना व बाढ़ के संकट को देखते हुए टाला जा सकता है तो पूरे बिहार में विधानसभा चुनाव को भी टाला जा सकता है! वैसे भी बिहार में जदयू को छोड़कर सभी पार्टियां चुनाव नहीं कराने के पक्ष में है।
राजद, कांग्रेस, लोजपा, हम, रालोसपा समेत कुछ और पार्टियां तो खुलकर इस बात का विरोध कर रहे हैं कि इस मुश्किल परिस्थिति में चुनाव संभव नहीं है।
वहीं एनडीए के सहयोगी दल भाजपा भी पहले चुनाव कराने के पक्ष में थी। लेकिन, पार्टी से जुड़े तमाम कार्यकर्ता से फीडबैक प्राप्त करने के बाद भाजपा ने भी चुनाव का राग अलापना बंद कर दिया। भाजपा का कहना है कि हमलोगों की प्राथमिकता कोरोना संकट से निपटना है। चुनाव को लेकर जो फैसला चुनाव आयोग करेगी वही भाजपा को मान्य होगा।