IPS फर्जी कॉल केस में डीजीपी की गलती पर नीतीश ने डाला पर्दा तो बमक गए सुमो
पटना : आईपीएस आदित्य फर्जी कॉल केस में मुख्यमंत्री ने आज शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के डीजीपी एसके सिंघल को क्लिनचीट दे दिया। मुख्यमंत्री आज पटना में श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से रूबरू हुए थे। बातचीत में नीतीश कुमार ने माना कि डीजीपी से गलती हुई है। लेकिन यह भी कहा कि इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए। डीजीपी से इस मामले में चूक होने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि यह कौन सा महीना है? जब जवाब आया अक्टूबर तो उन्होंने कहा कि डीजीपी कब रिटायर होने वाले हैं? फिर हंसते हुए उन्होंने फर्जी कॉल पर आईपीएस की पैरवी वाले मामले में डीजीपी को क्लिनचीट दे दी।
उधर पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा नेता सुशील मोदी ने अभिषेक अग्रवाल के फर्जी कॉल पर आईपीएस आदित्य कुमार की गलतियों पर पर्दा डाल क्लीन चिट देने वाले बिहार के डीजीपी एसके सिंघल और उन्हें क्लिनचीट देने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला किया। सुशील मोदी ने दोनों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ऐसे सरकार नहीं चला करती। कार्रवाई होनी चाहिए और मामले में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डीजीपी के बचाव में उतर गए हैं। मोदी ने यह भी कहा कि अगर फोन कॉल फर्जी नहीं बल्कि असली चीफ जस्टिस का ही होता तब भी क्या शराब पकड़े जाने के मामले में एसपी स्तर के अधिकारी को फोन-पैरवी के आधार पर राहत दी जानी चाहिए थी।
इसबीच सीएम नीतीश ने डीजीपी के बचाव में यहां तक कह दिया कि फर्जी आदमी डीजीपी को कॉल कर रहा था। इसे वह नहीं समझ सके। पर जैसे ही उनकी समझ में बात आई तो उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। एसके सिंघल अन्य बहुत से मामलों में वह बहुत अच्छे हैं। लॉ एंड ऑर्डर को लेकर उनका परफॉर्मेंस ठीक है। कुछ चूक हो गई है लेकिन यह बात का बतंगड़ बनाना ही होगा। मालूम हो कि डीजीपी एसके सिंघल इसी साल दिसंबर में रिटायर होने वाले हैं।