CM के गृह जिले में ‘सुनिता मैडम’ की बोलती थी तूती, जहरीली शराबकांड में बनी मुख्य आरोपी
पटना : बिहार में भले ही नीतीश कुमार के सुसाशन का राज्य चलता हो,लेकिन उनके खुद के गृह जिले उनका नहीं बल्कि किसी और के नामों की तूती बोलती है। इनको सीएम के जिले में ‘लाल पानी की महारानी ‘ के नाम से जाना जाता है।
जहरीली शराब पीने से हुई मौत
दरअसल, बिहार में भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शराबबंदी कानून लागू हो लेकिन इसके बावजूद शराब का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिसके कारण राज्य में आए दिन जहरीली शराब पीने से हुई मौत की खबरें निकल कर सामने आती रहती है। बीते दिन, सीएम के गृह जिले में भी लगातार जहरली शराब से 13 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद इस मामले को राजनीतिक मुद्दा भी बनाया गया उसके बाद बिहार सरकार द्वारा इस जांच को लेकर सभी आला अधिकारियों को नालंदा जिला में उतार दिया गया, और पुलिस प्रशासन द्वारा स्पेशल फोर्स का गठन कर इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा गयार करने को कहा गया। इसी कड़ी में इस घटना से जुड़ी एक बहुत बड़े शराब गढ़वाली की गिरफ्तारी हुई है।
नीतीश कुमार के गृह जिले में सुनीता मैडम का सिक्का
बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के गृह जिले में सुनीता मैडम का सिक्का चलता था। शराब की काली दुनिया में सुनीता मैडम ने जो साम्राज्य खड़ा किया हुआ था उसकी परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। नालंदा में जहरीली शराब कांड होने के बाद पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सुनीता मैडम को बनाया है। सुनीता नाम की यह महिला शराब के कारोबार में शामिल बताई जा रही है और उसके बेटे और अन्य सहयोगियों पर पुलिस ने नकेल कसी है।
बताया जा रहा है कि, सुनीता मैडम के घर में ही शराब बनाकर सप्लाई की जाती थी। जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी सुनीता अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर थी। पुलिस ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया तो वह अपने सहयोगियों के साथ जमानत लेने के लिए कोर्ट पहुंच गई लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई। लिहाजा अब सुनीता और उसके सभी सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि, सुनीता मैडम और उसके गुर्गों को दबोचने के बाद शराब कांड में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 13 हो गई है। इस मामले में सोहसराय थाना में कुल 6 केस दर्ज हुआ है। जिसमें 8 लोगों पर हत्या की धाराएं लगाई गई हैं। इसमें कुल 8 की गिरफ्तारी हुई।