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इधर कांग्रेस को औकात बताते रहे तेजस्वी, उधर मांझी की तिकड़ी ने नींद कर दी गायब

पटना : बिहार में नीतीश कुमार का विकल्प बनने की कोशिश कर रहे राजद सुप्रीमो लालू के लाल तेजस्वी यादव को महागठबंधन की ‘तिकड़ी’ ने बीती रात जोर का झटका धीरे से दिया। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां तेजस्वी कांग्रेस को सीट शेयरिंग में औकात बताने में मशगुल रहे, वहीं मांझी, कुशवाहा और मुकेश साहनी ने जीतनराम मांझी के घर सिक्रेट मीटिंग कर उनके पैरों के नीचे से विपक्षी एकता की जमीन खिसका दी। ऐसे में बिहार का विपक्ष किस तरह जदयू—भाजपा के दुरुस्त और एकजुट रणनीति का मुकाबला आगामी चुनावों में करेगा, कहना मुश्किल है।

महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर घमासान

बिहार में चुनावों की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन महागठबंधन में सीट शेयरिंग के लिए घमासान शुरू हो गया है। जहां घटक दलों ने राजद पर अभी से दबाव की नीति अपना ली है, वहीं राजद ने अपने लिए महागठबंधन में केवल कांग्रेस को वजन मानते हुए बिहार में उसे उसकी औकात समझाने का काम शुरू कर दिया है। तेजस्वी ने इसी के तहत कहा भी है कि ज्यादा सीटें लेना विजय की गारंटी नहीं। आप अपनी हैसियत देख कर ही डिमांड रखें, तभी हम एनडीए को परास्त कर पायेंगे।

कुशवाहा, मांझी और साहनी ने की गुप्त बैठक

इधर जब महागठबंधन की ‘तिकड़ी’ ने सीटों को लेकर राजद और कांग्रेस में वार—पलटवार का आलम देखा तो उन्होंने भी अपने तीर—तरकश तैयार करने की मंशा से गोलबंदी शुरू कर दी। सीटों को लेकर अपनी पार्टी के नाम की चर्चा तक नहीं होते देख मांझी, कुशवाहा और मुकेश साहनी ने शुक्रवार की देर रात गुप्त बैठक बुलाई जिसकी जानकारी न तो उन्होंने अपनी ही पार्टी के अन्य नेताओं या कार्यकर्ताओं को दी।

कांग्रेस के नेतृत्व में तेजस्वी को देंगे जवाब

महागठबंधन की इस ‘तिकड़ी’ के सभी प्रमुख नेता बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बिना कुछ बोले चुपचाप निकल गए। लेकिन सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में राजद की सीट शेयरिंग में बड़ा हिस्सा हड़पने की कोशिश पर गंभीर मंथन हुआ। मांझी, कुशवाहा और साहनी ने मिलकर इस मुद्दे पर राजद को घेरने की और ज्यादा सीटें देने के लिए उसपर दबाव बनाने पर सहमति व्यक्त की। कहा जाता है कि महागठबंधन की इस ‘तिकड़ी’ को कांग्रेस का भी समर्थन हासिल है। यह बात मांझी के उस बयान से भी जाहिर होती है जिसमें उन्होंने कांग्रेस द्वारा ज्यादा सीटों की मांग को जायज बताया है। मांझी ने साफ कहा कि कांग्रेस ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने का माद्दा रखती है।