जानिए किनको शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा मोहब्बत मंत्री, सातवें चरण के लिए प्राथमिक विज्ञप्ति की मांग
पटना : बिहार की नई सरकार को गठित हुए अभी 10 दिन हुए हैं। अभी से ही सरकार को शिक्षक अभ्यर्थियों के सैलाब का सामना करना पड़ा है।
दरअसल, पटना में हजारों की संख्या में टीचर अभ्यर्थी प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतर आए। इस दौरान अभ्यर्थियों की मांग थी कि सरकार तत्काल टीचर भर्ती को लेकर आदेश जारी करे। वहीं शिक्षकों की भीड़ को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रही। जिनके द्वारा गांधी मैदान से निकले शिक्षकों के हुजूम को डाक बंगला पर ही रोक दिया। इस दौरा आक्रोशित अभ्यर्थियों को रोकने के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी, जिसमें कुछ अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए।
वहीं, इस दौरान अभ्यर्थियों ने बताया कि जब हमने नए शिक्षा मंत्री से इस बारे में बात की तो प्यार मोहब्बत की बात कर मामले को टालने में लगे रहे। जैसे वह शिक्षा मंत्री न होकर मोहब्बत मंत्री हों। यहां दो दिन में 32 नए मंत्री शपथ ले लेते हैं। पुरानी सरकार बदल जाती है। लेकिन जब शिक्षा मंत्री से हमने अपनी नौकरी की मांग को 2024 तक इंतजार करने के लिए कहा गया।अभ्यर्थियों ने कहा कि हमारी बद्ददुआ है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौत हो जाए, ताकि इस समस्या का हमेशा के लिए अंत हो सके।
22 दिनों से धरना प्रदर्शन सरकार नहीं ले रही सुध
बता दे कि, CTET और BTET के अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार उनकी नहीं सुन रही है। पिछले 22 दिनों से पटना के गर्दनीबाग में उनका धरना प्रदर्शन चलता रहा लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली अब वह सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षा के अभ्यर्थियों ने इस मामले में शिक्षा मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि बिहार के नए शिक्षा मंत्री को हमारी सुध लेनी चाहिए। शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण के लिए प्राथमिक विज्ञप्ति की मांग कर रहे हैं। शिक्षक अभ्यर्थियों में शामिल कई युवाओं का कहना है कि हम सालों से अपने नियोजन का इंतजार कर रहे हैं। एससीईटी और सीटीईटी जैसी परीक्षा को पास करने के बावजूद नियोजन प्रक्रिया में उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।