शराबबंदी कानून को कागज से धरातल पर लाएंगे पाठक, ग्रहण किया पदभार
पटना : बिहार सरकार से जुड़ी सबसे बड़ी खबर यह है कि के के पाठक ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव का पदभार 18 नवम्बर यानी गुरुवार को पदभार संभाल लिया है।
केके पाठक को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का प्रभार
जानकारी हो कि, कल देर शाम ही केके पाठक को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया था। इससे पहले यह विभाग चैतन्य प्रसाद के पास था। उनको मद्य निषेध विभाग का अतिरिक्त प्रभार मिला था। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौंटने के बाद के के पाठक को फिर से बिहार सरकार में शामिल किया गया है।
शराबबंदी को सफल बनाने का जिम्मा केके पाठक को
मालूम हो कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले भरोसा करते हुए शराबबंदी को सफल बनाने का जिम्मा केके पाठक को दिया था। अब एक बार फिर उन्हीं बड़ी भूमिका दी गई है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद साल 2016 में केके पाठक को यह जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन बाद में उन्हें इस पद से हटा दिया गया था। लेकिन, अब एक बार फिर केके पाठक के कंधे पर बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने का जिम्मा होगा।
1990 बैच के आईएएस अधिकारी केके पाठक
वहीं, 1990 बैच के आईएएस अधिकारी केके पाठक के बारे में कहा जाता है कि वह बेहद सख्त मिजाज के हैं। बिहार में शराबबंदी लागू करने के बाद नीतीश कुमार ने इन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी थी। तब बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने केके पाठक के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद केके पाठक ने उन्हें लीगल नोटिस तक भेज दिया था।
प्रदीप कुमार झा को मणिपुर कैडर के लिए रिलीव
बिहार सरकार ने इसके अलावे आईएएस अधिकारी प्रदीप कुमार झा को मणिपुर कैडर के लिए रिलीव कर दिया है। जबकि आईएएस अधिकारी संजय कुमार सिंह को प्रबंध निदेशक बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वे स्वास्थ्य विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं।