‘नीतीश कुमार को उन तीन योद्धाओं से डरना चाहिए, जो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे… मैं किसी का कोई मॉडल नहीं’
पटना : आरसीपी सिंह के इस्तीफे तथा उनकी कार्यशैली को चिराग पासवान की कार्यशैली से जोड़ते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि आगामी चुनाव को लेकर चिराग मॉडल पर आरसीपी मॉडल को तैयार किया जा रहा था। इसलिए हमने समय रहते अपने नाव को दुरुस्त कर लिया है।
बहरहाल, जिस समय ललन सिंह चिराग पासवान को लेकर बयान दे रहे थे, उस समय से यह कयास लगाया जा रहा था कि बहुत जल्द चिराग पासवान ललन सिंह के बयान पर पलटवार करेंगे। चिराग पासवान ने ललन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं सकारात्मक राजनीति करता हूँ। किसी का कोई मॉडल नहीं हूँ। दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गयी है। बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर ना तलाशे।
चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार जी साल 2020 में भी कंफ्यूजन में थे और आज भी कंफयूज्ड हैं। उन्हें चिराग पासवान ने नहीं, बिहार की 13 करोड़ जनता ने हराया था। मैं तो जनभावनाओं का प्रतिनिधि तब भी था और आज भी हूँ।
लोजपा नेता ने कहा कि 2024 में हार का डर ऐसा घुस गया है कि मामा कंस की तरह मां देवकी के हर पुत्र को मार देना चाहते हैं। पहले मुझ पर हमला और अब आरसीपी सिंह पर। नहीं जानते कि सियासी वध के लिए कृष्ण ने अवतार ले लिया है। इसबार पाला बदलना भी काम नहीं आएगा।
आज नीतीश कुमार यही कह रहे हैं कि मेरे नाक के नीचे भ्रष्टाचार करते रहे आरसीपी सिंह और फिर भी आप सुशासन बाबू कहलाते हैं। बिहार की जनता के साथ ये सरासार धोखा है और इसका जवाब बिहार की जनता ही देगी। ये तीन योद्धा जो बैठे थे। इनका ट्रैक रिकॉर्ड देखने के लिए ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं है। आसानी से पता चल जाएगा कि नीतीश कुमार को दरअसल डरना किससे चाहिए।
बता दें कि आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जल संसाधन मंत्री संजय झा और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई नेता मंच पर मौजूद थे।