ककोलत में सैलानियों के प्रवेश पर लगी रोक से देवघर से आने वाले कांवरिये परेशान
नवादा : जिले का कश्मीर कहे जाने वाले ऐतिहासिक शीतल जलप्रपात ककोलत में सैलानियों के प्रवेश पर लगा दी गयी है। ककोलत से दो किलोमीटर पूर्व लगाये गये बैरियर के पास ही वाहनों को रोक दिया जा रहा है। ऐसा वन विभाग द्वारा सुरक्षा कारणों से किया गया है। ककोलत में बारिश के कारण ककोलत जलप्रपात के कुंड में सैलाब आने की आशंका के मद्देनजर वन विभाग द्वारा रोक लगायी गयी है।
आमतौर पर बारिश के मौसम में ककोलत जलप्रपात का धारा उग्र हो जाता है जिसके कारण कुंड के जलस्तर में कई फुट तक पानी में वृद्धि हो जाती है। साथ ही बारिश अधिक होने पर भूस्खलन का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके मद्देनजर वन विभाग ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। रोक के कारण सैलानी ककोलत की नैसर्गिक सुंदरता व जलप्रपात का आनंद नहीं ले पा रहे हैं। हालांकि पैदल जाने वाले यात्री सुरक्षाकर्मियों से बच-बचाकर भीतर प्रवेश कर रहे हैं।
मौसम साफ होते हीहटा दी जाएगी रोक
वन प्रमंडल पदाधिकारी (डीएफओ) संजीव रंजन के मुताबिक बारिश अधिक होने के कारण सुरक्षा कारणों से तत्काल ककोलत में प्रवेश पर रोक लगायी गयी है। मौसम साफ रहा तो रोक हटा ली जाएगी। बैरियर पर वन विभाग के सिपाही समेत दो कर्मी तैनात कर किये गये हैं। बता दें कि ककोलत में हर दिन हजारों की संख्या में सैलानी दूर-दूर से इसकी खूबसूरती व ठंडे जलप्रपात का लुत्फ उठाने आते हैं। फिलहाल बड़ी संख्या में देवघर से वाहनों से कांवरिया सैलानी ककोलत पहुंचे हैं, परंतु उन्हें निराशा हाथ लग रही है और उन्हें बैरियर पर रोक दिया जा रहा है।