बेतिया/चम्पारण : बगहा पुलिस जिला अंतर्गत वीटीआर क्षेत्र में आदमखोर बाघ ने फ़िर एक किसान को मार डाला। दरअसल वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल दो में हरनाटांड़ वन क्षेत्र अंतर्गत बाघ के हमले से एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई जिसके बाद इलाके में कोहराम मचा है।
जानकारी के मुताबिक हरनाटांड़ वन क्षेत्र व लौकरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बैरिया काला गांव निवासी धर्मराज काजी का क्षत-विक्षत शव शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीणों ने जंगल के निकट बैरिया काला गांव के सरेह में देखा। जिस पर ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग समेत लौकरिया थाना पुलिस को दिया। बताया जा रहा है कि मृतक धर्मराज काजी गुरुवार की शाम घर से खेत मे खाद डालने निकले थे जो देर रात तक वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू किया।
इसी बीच अचानक आज उनके शव मिलने की सूचना मिली। मृत किसान एक पुत्र और 5 बेटियों के पिता थे। इधर किसान के शव का मांस बाघ के द्वारा खा लिया गया था औऱ उस जगह पर केवल हड्डियों का अवशेष मिला। मामले में लौकरिया थानाध्यक्ष अभय कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि शव मिलने की सूचना मिली है। पुलिसकर्मियों की टीम को मौके पर भेजा गया है।
तो वहीं हरनाटांड़ वन क्षेत्र के वन अधिकारी रमेश प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि इसकी सूचना मिलते हीं जंगल में वन कर्मियों के साथ खोजबीन की गई जिसमें क्षत-विक्षत शव मिला है जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई की जा रही हो ।वीटीआर के हरनाटांड़ रेंजर ने भी बाघ के हमले में किसान की मौत होने की पुष्टि किया है औऱ वन विभाग द्वारा मुआवजा देने की क़वायद तेज़ कर दी गई है।
आपको बता दें कि बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल से बाघ निकलकर रिहायशी इलाकों में चहलकदमी कर रहा है जो आदमखोर हो चुका है क्योंकि बाघ ने अब तक कुल 5 लोगों पर हमला किया है जिनमें 3 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो लोग अपाहिज़ हो गए हैं। यह तीसरी मौत है जब आदमखोर ने किसान धर्मराज काजी को अपना निवाला बनाया है। इधर वन विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि बाघ के हमले में किसान की मौत हुई है। आशंका जताई जा रही है कि ये बाघिन है जो अब आदमखोर हो चुकी है जो बार बार इसी इलाके के आस पास लोगों पर जानलेवा हमला कर रही है और वन विभाग उसका रेस्क्यू करने या पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है।
संजय कौशिक की रिपोर्ट