ना रोटी, ना सरकार राष्ट्रपति फरार, लोगों ने आग के हवाले किया पीएम का निजी आवास
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में आज प्रदर्शनकारियों ने सरकार के विरोध में कार्यवाही प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी घर में आग लगा दिया है। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो पुलिसकर्मी, 6 पत्रकार सहित 64 लोगों को घायल होने की खबर है। इससे पहले आज ही दोपहर में कोलंबो स्थित राष्ट्रपति आवास को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया था। जिसके बाद राष्ट्रपति राजपक्षे को अपने आवास को छोड़कर भागना पड़ा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर जमकर तोड़फोड़ की।
जारी जनआक्रोश की वजह से विक्रमसिंघे को इस्तीफा देना पड़ा। विक्रमसिंघे ने 12 मई को श्रीलंका के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। बता दें कि मामला को संभालने के लिए इस्तीफा देना से पहले प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा है कि वह इस्तीफा देने और सर्वदलीय सरकार के लिए रास्ता बनाने के लिए तैयार हैं। इस बीच ऐसा बताया जा रहा है कि श्रीलंका के संविधान के अनुसार यदि राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री दोनों को इस्तीफा दे दें तो स्पीकर को एक महीने के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। इस प्रस्ताव को पीएम ने स्पीकर महिंदा यप्पा अभयवर्धन के सामने रखा।
गौरतलब है कि श्रीलंका पिछले कई महीनों से आर्थिक संकट से जूझ रहा है। पूरे देश में खाने से लेकर ईंधन तक की कमी है। यहां तक कि घरों में बिजली भी सिर्फ कुछ ही घंटों के लिए आती है। लगातार घटते विदेशी मुद्रा भंडार की वजह से वह मेडिकल से जुड़े जरूरी सामान तक नहीं आयात नहीं हो पा रहा है।