MLC चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने से “हम” नाराज, बोली एनडीए के लिए खतरे की घंटी…
पटना : बिहार विधान परिषद् चुनाव में एनडीए के बीजेपी और जेडीयू को आपस में दो-दो सीटें बाट लेने और अन्य दलों को एक भी सीट नहीं देने के बाद बड़ा बवाल मच गया है। एनडीए के घटक दल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा नाराज हो चुकी है। HUM ने एक विधान परिषद् सीट पर अपनी दावेदारी पेश को थी लेकिन, बीजेपी और जेडीयू ने आपस में ही दो दो सीटें आपस में बांट ली। जिसके कारण जीतन राम मांझी की पार्टी नाराज हो गई और नाराजगी इस कदर थी कि आज विधान परिषद् के नामांकन के मौके पर मांझी सहित उनके पार्टी के कोई नेता की भी मौजूदगी नहीं रही।
HUM के राष्ट्रीय महासचिव दानिश रिजवान ने HUM को हिस्सेदारी नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए एनडीए के लिए खतरे की घंटी बताई है। उन्होंने कहां है कि एनडीए में सभी को वाजिव हक मिलना चाहिए, हमने अपने दोनों बड़े घटक दलों को इस बात से अवगत कराया था इसके बावजूद हमे हिस्सेदारी नहीं दी गई। हक नहीं मिलने एनडीए के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। दानिश ने आगे बताया कि पार्टी के लोगों के अंदर बीजेपी और जेडीयू के फैसले पर गहरी नाराजगी है।
NDA के उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान एनडीए के सहियोग दल HUM के कोई भी नेता मौजूद नहीं रहे। जबकि इसके पहले राज्यसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों के नामांकन के मौके पर HUM के नेता जीतन राम मांझी शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि वे नाराज हैं। उनका कहना है कि विधान परिषद् की चुनाव में एक सीट पर उन्होंने भी दावेदारी पेश को थी लेकिन, उन्हें तवज्जो नहीं दिया गया।
गौरतलब हो कि बिहार विधान परिषद् के 7 सीटों पर चुनाव होने हैं जिसमें राजद ने तीन उम्मीदवार मुन्नी रजक, कारी सोहैव और अशोक कुमार को अपना उम्मीदवार बनाए। जिन्होंने नामांकन दाखिल करवा लिए। वहीँ आज 11: 30 बजे जेडीयू के उम्मीदवार अफाक अहमद और रविंद्र सिंह ने अपना नामांकन दाखिल करने विधानसभा पहुंचे। बीजेपी उम्मीदवार अनिल शर्मा और हरी सहनी भी लगभग इसी वक्त विधानसभा पहुंचने वाले थे। लेकिन, हरि सहनी को पहुंचने में देर हो गई।