पहले प्रोटोकॉल तोड़ सिन्हा का किया स्वागत फिर यशवंत को नाराज कर दिए KCR, भाजपा हुई आक्रमक
हैदराबाद : बीते दिन तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद देश की राजनीति के चर्चा के केंद्र बिंदु में रहा। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हो रही थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। वहीं, दूसरी तरफ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा समर्थन मांगने हेतु हैदराबाद प्रवास पर थे।
तोड़ा प्रोटोकॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा यशवंत सिन्हा के हैदराबाद पहुंचने पर सबसे पहले राज्य में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के बीच पोस्टर युद्ध देखने को मिला। इसके बाद चंद्रशेखर राव प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री को छोड़ संयुक्त विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की पूरे कैबिनेट और प्रमुख नेताओं के साथ अगवानी की। वहीं, प्रधानमंत्री का स्वागत करने राव ने अपने कैबिनेट के एक मंत्री को भेजा।
मुख्यमंत्री ने व्यक्ति नहीं संस्था पर किया हमला
चंद्रशेखर राव के इस व्यवहार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री सम्मान के साथ सभी से मिलते हैं, लेकिन आज मुख्यमंत्री ने जिस तरह से दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार किया है, वह संवैधानिक मर्यादाओं के साथ ही सामाजिक मर्यादा का भी उल्लंघन है। मुख्यमंत्री ने व्यक्ति पर नहीं संस्था पर हमला किया है।
चुनाव देश के राष्ट्रपति का नहीं बल्कि संविधान को बचाने का है
चंद्रशेखर राव से समर्थन लेने के बाद विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैंने यहां विधायकों से मुलाकात की, सबने यहां पर अपना समर्थन देने की बात कही है। इसके बाद मैं कर्नाटक, बेंगलुरु जाऊंगा और विधायकों से उनका समर्थन मांगूंगा। ये चुनाव जिन हालातों में हो रहा है उसमें ये चुनाव सिर्फ राष्ट्रपति का नहीं रह गया है, हमें देश के संविधान को बचाना है।
जब सीएम ने जीत की मनोकामना के शब्द लिए वापस
चंद्रशेखर राव द्वारा यशवंत सिन्हा को समर्थन देने के दौरान एक टिप्पणी की, जो सिन्हा को कष्ट पहुंचा सकती है। तथा यह टिप्पणी हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, केसीआर ने सिन्हा को लेकर कहा कि मैं आपकी जीत की मनोकामना करते हुए अपने शब्द वापस लेता हूं। जीत की मनोकामना का बयान वापस लेने के बाद भाजपा नेता ने राव पर तंज कसते हुए कहा कि यशवंत सिन्हा का चुनाव जीतना मुश्किल है। लेकिन, राव को जीत वाला शब्द वापस नहीं लेना चाहिए था।