प्रोफेसर बी पी वर्मा के नाम पर आयोजित होगा वार्षिक व्याख्यान, बोधगया में थर्मल प्रयोगशाला की स्थापना में थी अग्रणी भूमिका
पटना : कोलकाता स्थित, वैज्ञानिकों की एक राष्ट्रीय संस्था ने बिहार को एक दुर्लभ सम्मान दिया है। इंडियन केमिकल सोसाइटी ने अपनी स्थापना के 99 वें वर्ष में मगध विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष स्व० प्रोफेसर बी पी वर्मा के नाम पर एक वार्षिक व्याख्यान आरम्भ करने का निर्णय लिया है।
दरअसल, पटना विश्वविद्यालय अंतर्गत आने वाले साइंस कॉलेज और पटना कॉलेजिएट स्कूल के छात्र रहे और बहुआयामी प्रतिभा के धनी प्रो वर्मा का निधन गत वर्ष गया में हुआ था और उनके जन्म की 90 वीं वार्षिकी के अवसर पर प्रतिवर्ष दिए जाने वाले इस पुरस्कार को अंतिम रूप दिया गया।
बता दें कि, प्रो० वर्मा बोधगया में थर्मल प्रयोगशाला की स्थापना में अग्रणी थे और उन्हें ट्राइफेनिलफॉस्फीन पर काम पर ख्याति मिली थी। प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बोधगया में रसायनज्ञों के 27वें वार्षिक सम्मेलन का भी आयोजन किया था, जो बिहार में पहली बार हुआ था।
इन्होंने सात समानान्तर सत्रों में चार दिनों तक शोध प्रस्तुत किये थे। 1990-91 में ही उन्होंने बोधगया में इंडिया केमिकल सोसाइटी और भारतीय विज्ञान कांग्रेस के क्षेत्रीय चैप्टरों की स्थापना का भी मार्गदर्शन किया। इंडियन केमिकल सोसाइटी की स्थापना, आधुनिक काल में देश के प्रथम प्रयोगशाला-वैज्ञानिक, प्रख्यात आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय ने की थी। प्रोफेसर वर्मा आचार्य राय के छात्र-वंश में आते हैं।
प्रो वर्मा सोसाइटी के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय पार्षद आदि के रुप में अवकाकाश ग्रहण करने के एक दशक बाद तक सक्रिय रहे थे।मुम्बई के प्रो जी डी यादव (पद्मश्री) की अध्यक्षता में सोसाइटी के राष्ट्रीय परिषद् ने यह निर्णय लिया। सचिव, प्रो चितरंजन सिन्हा और पूर्व अध्यक्ष, प्रो दुलाल चन्द्र मुखर्जी ने इस पुरस्कार की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।