इसी साल शुरू हो सकता है कादिरगंज से खैरा स्टेट हाइवे-82 व गया से बिहारशरीफ एनएच-82
नवादा : बदहाल सड़कों के लिए मीडिया में सुर्खियां बनने वाले बिहार की छवि लगातार बदल रही है। इस बदलाव के तहत ही जिलावासियों को इसी साल दो स्टेट हाइवे की सौगात मिलने जा रही है जिससे जिले में रहने वाले लोगों को यातायात में सीधा फायदा होगा। इसी साल कादिरगंज से खैरा स्टेट हाइवे-82 और गया से बिहारशरीफ एनएच-82 शुरू हो सकता है।
नेशनल हाइवे 82 (NH82) से जिले के लोग भर सकेंगे फर्राटा
नेशनल हाइवे 82 (NH 82) बिहारशरीफ से गया के बीच बनकर तैयार होगा। एनएच-82 की चौड़ाई बढ़ाकर उसे फोरलेन किया जा रहा है। इस हाइवे के जरिए गया-हिसुआ-राजगीर-नालंदा से बिहारशरीफ तक यात्रा की जा सकती है। माना जा रहा है कि इस हाइवे के बनने से गया और नालंदा के पर्यटन कारोबार को काफी फायदा होगा। इस सड़क की लंबाई करीब 92.93 किलोमीटर है।
सफर होगा सुगम, समय की होगी बचत
माना जा रहा है कि इसके निर्माण पर कुल 2138 करोड़ रुपये खर्च होंगे। फिलहाल बिहारशरीफ से गया जाने में करीब चार घंटे लगते हैं, लेकिन अनुमान है कि इस फोरलेन हाइवे के बन जाने से यह दूरी 2 घंटे 30 मिनट में तय की जा सकेगी। इस फोरलेन हाइवे को 2018 में शुरू होना था, लेकिन कोरोना की वजह से प्रोजेक्ट तीन साल लेट है।
नवादा और जमुई जिले में बन रहा है एसएच-82
स्टेट हाइवे संख्या-82 नवादा जिले से जमुई के बीच बनकर तैयार हो रहा है। 75 किलोमीटर लंबी यह स्टेट हाइवे नवादा के कादिरगंज से जमुई जिले के खैरा के बीच बन रही है। इस सड़क का निर्माण तीन पैकेज में कराया जा रहा है। कोरोना की वजह से यह प्रोजेक्ट भी 2020 में पूरा होने के लक्ष्य से करीब दो साल पीछे है। स्टेट हाइवे 82 के बनने से मध्य बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में यातायात साधन सुगम हो जाएगा। जिले के सुदूर गांवों तक विकास पहुंच पाएगा।