साजिश के शिकार सच्चिदानंद राय अब निर्दलीय लड़ेंगे MLC चुनाव
पटना : स्थानीय प्राधिकार कोटे से बिहार विधान परिषद की 24 सीटों को लेकर चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इस चुनाव को लेकर सभी प्रमुख दल ने अपने प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए हैं। मुख्य दल में से सबसे आखिर में भारतीय जनता पार्टी ने बीते दिन अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है, सूची जारी होते ही पार्टी के अंदर तथा बाहर बवाल मचा हुआ है, वजह भारतीय जनता पार्टी ने अपने दो सीटिंग एमएलसी का टिकट काट लिया है। सारंग से सच्चिदानंद राय और गोपालगंज से आदित्य नारायण पांडे का टिकट कटने को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं में रोष पनप रहा है।
हालांकि, टिकट कटने को लेकर सच्चिदानंद राय ने बीते दिन कहा था कि पार्टी ने जो निर्णय लिया है हम उसके साथ हैं। लेकिन, धीरे-धीरे कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद सच्चिदानंद राय ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों का दबाव है कि वे चुनाव लड़ें। राय ने कहा कि वैसे भी यह चुनाव पार्टी से ज्यादा व्यक्तिगत आधार पर लड़ा जाता है।
लिए जा रहे एकतरफा निर्णय
उन्होंने कहा कि स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की इच्छा है कि उनके लिए सबसे उपयुक्त वकील सच्चिदानंद राय ही हैं। क्योंकि, राय हमेशा जनप्रतिनिधियों के मुद्दों पर मुखर रहे हैं। इसके अलावा सच्चिदानंद राय ने कहा कि पार्टी में कुछ ऐसे नेताओं की चल रही है, जो न कार्यकर्ता की भूमिका को समझते हैं और न पार्टी के हित की बात करते हैं। षड्यंत्र के तहत निर्णय लेते हैं, इसका खामियाजा पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
इज्जत के लिए उतरना होगा मैदान में
भाजपा नेता राय ने कहा कि जब बेटे को खबर मिली कि मेरा टिकट कट गया है तब वह आकर दबाव बना रहा है कि आप चुनाव लड़ने नहीं तो मैं खुद चुनाव लड़ लूंगा अब यह हमारे प्रतिष्ठा का सवाल है साथी इस क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रतिष्ठा का सवाल है इन सभी के इज्जत को बचाने के लिए चुनाव में उतरना ही होगा।
प्रचार में उतरा था बिहार कैबिनेट
ज्ञातव्य हो कि जनवरी महीने में सच्चिदानंद राय के चुनाव प्रचार में भाजपा कई नेता और बिहार सरकार के कई मंत्री शामिल हुए थे। जिनमें से शाहनवाज हुसैन, सम्राट चौधरी, नीरज कुमार बबलू, जनक चमार, नवादा से लोकसभा सदस्य चंदन सिंह, पूर्व लोकसभा सदस्य सूरजभान सिंह एवं उस क्षेत्र के कई स्थानीय विधायक उनके चुनाव प्रचार में पहुंचे थे। जहां इन नेताओं ने स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों से सच्चिदानंद राय को एक बार फिर एमएलसी बनाने की अपील की थी।
सारण से सच्चिदानंद राय के बदले धर्मेंद्र कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, गोपालगंज से आदित्य नारायण पांडे के बदले राजीव कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों सिटिंग एमएलसी के टिकट कटने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कोई भी नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं। अगर कोई कुछ बता भी रहे हैं, तो उन्हें यह नहीं पता कि आखिर इन दोनों नेताओं का टिकट क्यों कटा है? जबकि प्रदेश नेतृत्व की ओर से इन दोनों को तैयारी करने के लिए काफी पहले कहा गया था।