जन्मभूमि के तर्ज पर श्रीराम कर्मभूमि बक्सर के आध्यात्मिक स्वरूप को विराट बनाने हेतु जीयर स्वामी से मिले चौबे
संस्कृति, सभ्यता, समाज एवं धर्म के रक्षक हैं संत : चौबे
बक्सर : संत हमारे सभ्यता, संस्कृति, समाज एवं धर्म के रक्षक हैं। उनके बताए रास्ते पर चलकर धर्मनिष्ठ समाज व राष्ट्र का निर्माण होता है। संत समाज की वजह से आज पूरे विश्व में भारत की सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति लोगों की दिलचस्पी है, आदर का भाव है। उक्त बातें केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे बुधवार को खरवनियां में श्री जीयर स्वामी जी महाराज द्वारा आयोजित पांच दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में संतो के साथ चर्चा के दौरान कही।
चौबे ने देश के विभिन्न राज्यों से आए साधु संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने श्री जीयर स्वामी जी महाराज से श्रीराम की जन्मभूमि के तर्ज पर कर्मभूमि बक्सर के आध्यात्मिक स्वरूप को विराट बनाने पर चर्चा की। उन्होंने साधु-संतों से बक्सर के आध्यात्मिक स्वरूप को आगे बढ़ाने के संकल्प को पूरा करने हेतु आशीर्वाद मांगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री चौबे द्वारा सिद्धाश्रम की भूमि बक्सर के स्वरूप को विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए श्रीराम कर्मभूमि न्यास की स्थापना की गई है। इसकी सफलता के लिए उन्होंने संतों से आशीर्वाद मांगा। बक्सर में विराट साधु संत समागम के लिए विशेष चर्चा की। ताकि बक्सर के पौराणिक स्वरूप को विराट रूप में आगे लाया जा सके।