राजनीतिक स्वार्थ के लिए जो RSS को बदनाम करेगा उसे जनता करारा जवाब देगी- सुमो
पटना : संघ को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते भाजपा के वरिष्ठ नेता सह राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डाक्टर केशव बलिराम हेडगवार और संघ जैसे देशभक्त संगठन के बारे में बिहार विधानसभा में राजद सदस्यों की टिप्पणियां निंदनीय है। उन्हें पता होना चाहिए कि हेडगवार गांधी जी के नेतृत्व वाले असहयोग आन्दोलन में तो सक्रिय थे ही, वे क्रांतिकारी संगठनों के सम्पर्क में रह कर भी आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे।
सुमो ने कहा कि 1921 में डाक्टर हेडगेवार पर राजद्रोह का मुकदमा चला था। 1930 में असहयोग में भाग लेने के कारण उनकी गिरफ्तारी हुई। उन्हें ब्रिटिश सरकार ने दो बार एक-एक साल के सश्रम कारावास की सजा दी। जिनको इतिहास का सही ज्ञान नहीं, उन कम पढ़े-लिखे लोगों को संघ के बारे में अनर्गल टिप्पणी करने से बचना चाहिए।
1934 में जब गांधीजी संघ के वर्धा शिविर में आये थे, तब वे इस बात से बहुत प्रभावित हुए कि सभी स्वयंसेवक जाति-पाति का भेद न रखकर एक साथ भोजन करते हैं। 1975 में संघ में अनुशासन और निष्ठा की सराहना लोकनायक जेपी ने की थी। गाँधी जी की दुखद हत्या के बाद दुर्भाग्यवश संघ पर आरोप लगे, लेकिन सारी जाँच में क्लीनचिट मिलने के बाद कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने संघ पर मुकदमे वापस लिए और प्रतिबंध भी हटाया।
इसके बावजूद यदि कोई राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए संघ को बदनाम करता है, तो उसे जनता ही जवाब देगी।