यूक्रेन से छात्रों की वापसी के अभियान में चार मंत्रियों को लगाना पीएम की बड़ी पहल- सुमो
पटना : भाजपा नेता सह राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने पीएम मोदी के फैसले को अभूतपूर्व फैसला बताते हुए कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में फँसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित और त्वरित वापसी के अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के लिए यूक्रेन के चार पड़ोसी देशों में एक-एक केंद्रीय मंत्री को भेजने का प्रधानमंत्री मोदी का फैसला अभूतपूर्व है। इससे पहले किसी आपदाग्रस्त देश से इतने बड़े पैमाने पर अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए इतना बड़ा अभियान नहीं चला था।
सुमो ने कहा कि यूक्रेन जैसी विस्फोटक परिस्थिति में, जब कई देश अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करने से ज्यादा कोई मदद नहीं कर पाये, भारत अब तक डेढ हजार से ज्यादा लोगों को वापस लाने में सफल रहा। अब केंद्रीय मंत्रियों को अभियान में लगाने की पहल देश को विश्वास दिलाती है कि जो भी छात्र वहाँ फंसे हैं, वे जल्द ही अपनों के बीच होंगे। भारतीय कूटनीति, तिरंगा झंडा और प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीय नागरिक की सुरक्षा की सबसे बड़ी गारंटी है।
सुशील कुमार मोदी ने का कि यूक्रेन से लगने वाली रूसी सीमा के निकटवर्ती इलाकों में भी कुछ भारतीय रहते हैं, जो युद्ध की स्वदेश लौटना चाहते हैं। विदेश मंत्रालय को उनकी वापसी के लिए भी रास्ता बनाना चाहिए। यूक्रेन संकट के समय केंद्र और बिहार की सरकार छात्रों की वापसी के लिए 24 घंटे काम कर रही है। ऐसे में छात्रों और उनके परिजनों को धैर्य बनाये रखना चाहिए।
मालूम हो कि ‘ऑपरेशन गंगा’ को मुकाम तक पहुंचाने के लिए चार केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे। जिसमें आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादत्यि सिंधिया, कानून एवं न्याय मंत्री किरण रिजिजू और पूर्व सेना प्रमुख सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह शामिल हैं।