‘दुर्गापुर जंक्शन’ उपन्यास के बारे में लेखक अभिलाष दत्ता ने बताया कि यह उपन्यास पश्चिम बंगाल के खूबसूरत शहर दुर्गापुर के बारे में बताती है। इस किताब छः दोस्तों की कहानी के माध्यम से दुर्गापुर की सुंदरता को किताब में पिरोया गया है। उपन्यास में प्रेम, दोस्ती, जीवन दर्शन, युवा मन का अल्हड़पन, कॉमेडी और एक तगड़ा सस्पेंस को समेटे इस किताब को ‘ब्लू एमराल्ड पब्लिशिंग’ ने प्रकाशित किया है। दुर्गापुर जंक्शन’ का ऑनलाइन लोकार्पण 27 फरवरी को होगा।
उपन्यास का नाम में दुर्गापुर रखने के बारे में दत्ता ने बताया कि पटना में पत्रकारिता करने से पहले वह दुर्गापुर में पैरामेडिकल से स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन, वे पढ़ाई किसी कारणवश बीच में ही छोड़ना पड़ा। बेशक उन्हें यह शहर छोड़ना पड़ा, लेकिन इस शहर की याद उनके जेहन से कभी नहीं गया। प्रकृति सौंदर्य से भरपूर दुर्गापुर शहर को सम्मान देने के लिए अभिलाष दत्ता ने इस उपन्यास को लिखा। ताकि पाठकगण दुर्गापुर शहर को जान सके और उससे प्यार कर सकें।
बता दें अभिलाष दत्ता इससे पहले तीन किताब लिख चुके हैं। जिसमें एक कहानी संग्रह और दो उपन्यास है। दुर्गापुर जंक्शन लिखने के बाद वे चार पुस्तकों के लेखक हो चुके हैं। मानापट्टी (गांव), मधुबनी के अभिलाष दत्ता की अंतिम किताब ‘अवतार – महारक्षकों का आगमन’ वर्ष 2021 के साहित्य अकादमी के युवा पुरस्कार श्रेणी की सूची में स्थान था।