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पुलिस द्वारा विस अध्यक्ष के साथ आशिष्ट आचरण में मुख्य सचिव और डीजीपी तलब

पटना : बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ आशिष्ट आचरण करने वाले डीएसपी समेत दो थाना प्रभारी को महंगा पड़ने वाला है। दरसअल, भाजपा विधायक संजय सरावगी और ललन कुमार ने विधानसभा में विशेषाधिकार हनन की शिकायत की है। इन दोनों विधायकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा सचिवालय ने राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल को तलब किया है।

विशेषाधिकार हनन की शिकायत करने वाले विधायक ने विधानसभा सचिव शैलेंद्र सिंह से दोषी पुलिसकर्मी पर उचित कार्रवाई की मांग की है। विधायक से नोटिस मिलने के बाद सचिव सिंह ने सूबे के मुख्य सचिव और डीजीपी को जवाब देने के लिए कहा है। इसी को लेकर आज यानी सोमवार को दोपहर 3:00 बजे विधानसभा के सचिव ने मुख्य सचिव और डीजीपी को संबंधित पदाधिकारियों के जवाब के साथ पेश होने का निर्देश दिया है।

मालूम हो कि इसी मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि आसन के पावर को कम मत समझिए, हम मर्यादा का पालन कर रहे हैं, अगर दुरुपयोग करने लगे तो फिर यह उचित नहीं होगा।

मालूम हो कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा दो व्यक्ति की गिरफ्तारी को लेकर नीतीश कुमार की पुलिस से खासे नाराज दिखे थे। विधानसभा अध्यक्ष नाराजगी का कारण यह है कि पुलिस ने जिस व्यक्ति को दोषी समझकर गिरफ्तार किया है उस व्यक्ति को लोग निर्दोष बता रहे हैं।

दरअसल, सरस्वती पूजा के मौके पर वीरुपुर थाना अंतर्गत एक गांव में आर्केस्ट्रा का आयोजन हुआ था। हालांकि, आर्केस्ट्रा का आयोजन नियम के विरुद्ध था। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए किसी भी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक के बावजूद इसके उस गांव में आर्केस्ट्रा का आयोजन हुआ था, जिसमें काफी लोग देखने पहुंचे थे। इसी में रात भर फूहड़ गानों के साथ फूहड़ डायलॉग और रायफल लेकर कुछ लोग स्टेज पर दिखे।

इस आयोजन को लेकर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आयोजन के नाम पर दो स्थानीय लोगों को गिरफ्तार कर लिया, यानी 2 दर्शक को गिरफ्तार कर ली। स्थानीय तथा मीडिया कर्मियों ने गिरफ्तार व्यक्ति को लेकर आपत्ति जताया है, इन लोगों का कहना है कि जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह कहीं से दोषी नहीं है। पुलिस ने जिस दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया है वह भाजपा का समर्थक है।

निजी कार्यक्रम में शामिल होने बड़हिया पहुंचे विजय कुमार सिन्हा को इस बात की जानकारी मिली कि पुलिस ने जिन युवकों को गिरफ्तार किया है, वह इस मामले में निर्दोष हैं, पुलिस बेवजह उनको पकड़ी हुई है। इसके बाद विजय सिन्हा ने बड़हिया थाना अध्यक्ष और वीरुपुर थानाध्यक्ष को फटकार लगाते हुए दोनों युवकों की गिरफ्तारी का कारण पूछा।

उचित कारण नहीं बताए जाने पर विजय कुमार सिन्हा ने थानेदार को फटकार लगाते हुए कहा था कि राजनीति मत कीजिए, राजनीतिक चश्मे से कानून का राज स्थापित मत कीजिए, जो लोग आयोजक हैं, जो लोग राइफल लेकर मंच पर डांस कर रहे हैं, उनके खिलाफ आप ने क्या कार्रवाई की है? इस तरह से कार्रवाई कर सुशासन के राज को बदनाम मत कीजिए। इन हरकतों से बिहार में सुशासन का राज स्थापित नहीं रह पाएगा। इसके आगे उन्होंने कहा था कि आप लोग के रहते हुए आयोजन कैसे हो गया यह गंभीर सवाल है? आप लोग के रहते अगर इस तरह का आयोजन हो रहा है, तो फिर आपको फील्ड में रहने का कोई औचित्य नहीं है? विस अध्यक्ष ने कहा था कि उचित कार्रवाई के लिए हम डीजीपी से बात करेंगे।

बहरहाल, लखीसराय समेत पूरे मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा प्रशासनिक कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया जाता रहा है। मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के स्थानीय भाजपा समर्थकों का कहना होता है कि स्थानीय प्रशासन मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद ललन सिंह के इशारे पर काम करती है।