आरसीपी और ललन विवाद पर क्यों चुप हैं नीतीश, संगठन का क्या होगा?
पटना : जनता दल यूनाइटेड के अंदर मचे घमासान के ऊपर पार्टी के दिग्गज नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली है। नीतीश कुमार की चुप्पी से पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों में कन्फ्यूजन की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
दरअसल, जदयू के अंदर आरसीपी सिंह और ललन सिंह के बीच विवाद उठ रहा है उस पर पार्टी के दिग्गज नेताओं और कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामने से आकर इस मामले को शांत करवाएंगे, लेकिन जब नीतीश कुमार ने इस मामले में चुप्पी साध ली तो फिर सबकी चिंता बढ़ गई।
आरसीपी सिंह ने किया था सदस्यता चलाने का ऐलान,ललन ने किया इंकार
मालूम हो कि, पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के जन्मदिन 1 मार्च से राज्यभर में संवाद अभियान और सदस्यता चलाने का ऐलान किया था।लेकिन, इस ऐलान पर पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पार्टी कोई भी सदस्यता अभियान नहीं चला रही है। ललन सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अक्टूबर महीने से पहले बिहार में पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू नहीं होगा। ऐसे में दोनों नेता एक दूसरे के खिलाफ लगातार परस्पर विरोधी बयान दे रहे हैं। वहीं, पार्टी के अंदर उठे इतने बड़े विवाद के बावजूद नीतीश कुमार की चुप्पी टूटने का नाम नहीं ले रही है।
नीतीश कुमार ने साध ली है चुप्पी
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दिल्ली दौरे पर हैं इसी दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पार्टी के अंदर ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच चल रहे विवाद को लेकर सवाल किया तो नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली। नीतीश कुमार ने कहा कि छोड़िए यह यह सब बातें यहां शोभा नहीं देती है।
फिलहाल पत्ता नहीं खोलना चाहते नीतीश
वहीं, नीतीश कुमार के इस बयान पर राजनीतिक जानकारों की माने तो आरसीपी सिंह और ललन सिंह के बीच उठे विवाद पर नीतीश फिलहाल पत्ता नहीं खोलना चाहते हैं, क्योंकि कुमार का मानना है कि जबतक वह कोई निर्णायक फैसले पर नहीं पहुंच जाते हैं तब तक कुछ भी बोलना उचित नहीं होगा।
जान रहे नीतीश किसका कद इतना ऊपर
वहीं, नीतीश कुमार इस बात को भलीभांति समझ रहे हैं वर्तमान में जदयू में किसका कद कितना बड़ा है और कितना छोटा इस लिहाज से वह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं वह इस बात को जानते हैं कि वर्तमान में भले ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह हो लेकिन अभी भी पार्टी के वरिष्ठ और पुराने कार्यकर्ता आरसीपी सिंह की बातों को टाल नहीं पाते हैं इस कारण से नीतीश कुमार पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का सम्मान भी कर रहे हैं और आरसीपी से अपनी मित्रता भी निभा रहे हैं।
वहीं, दूसरी तरफ जनता दल यूनाइटेड के नेताओं की तरफ से समय-समय पर यह कहा जाता है कि पार्टी के अंदर कोई अंतर्विरोध नहीं है। सब कुछ ठीक है लेकिन इसके बावजूद ललन सिंह और आरसीपी सिंह जिस तरह एक दूसरे को लेकर बयानबाजी करते रहे हैं। उसे देखते हुए पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सबसे खराब स्थिति में है। कार्यकर्ताओं को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह किस तरफ खड़े रहे। ऐसे में नीतीश कुमार ने इस विवाद पर कुछ भी बोलने से इनकार किया वह कंफ्यूजन और बढ़ाएगा।