‘ब्रह्मेश्वर मुखिया गवाह गोलीकांड मामले में नया मोड़, MLC चुनाव को लेकर हुलास पांडेय को बनाया जा रहा निशाना’

0

पटना : विगत दिनों शाहपुर दानापुर में ब्रह्मेश्वर मुखिया गवाह गोलीकांड में नया मोड़ आया है। इसमें स्वयं पर धर्मेंद्र द्वारा अपने ऊपर गोली चलाए जाने का केस करने वाले ओम नारायण राय पर उनके चचेरे भाई गजाधरनाथ राय द्वारा तथ्यों सहित गंभीर आरोप लगाते हुए दानापुर अनुमंडल पुलिस अधिकारी से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।

दानापुर पुलिस को दिए अपने निवेदन को जारी करते हुए गजाधर नाथ राय ने आरोप लगाया है कि ओम नारायण राय आदतन जालसाज व्यक्ति है। जालसाजी करना, झूठ बोलना, लोगों से पैसा लेकर दबा लेना और ब्लैकमेल करना इसका काम रहा है।

swatva

ओम नारायण राय के अपहरण का एक केस आरा में पूर्व में इसके पत्नी के द्वारा करवाया गया था। लेकिन पुलिस के द्वारा छानबीन करने के बाद पाया गया की ओम नारायण राय ने स्वयं अपनी पत्नी से जानबूझकर अपहरण का झूठा केस करवाया गया था। मैं स्वयं इस केस में गवाह था। जब पुलिस द्वारा इस मामले में ओम नारायण राय पर कार्रवाई होने की नौबत आई तो मैंने और घर के अन्य बड़े बुजुर्गों ने पुलिस से प्रार्थना की कि इस बार इसकी मासूमियत को ध्यान में रखकर छोड़ दिया जाए और भविष्य में यह कभी भी ऐसे धोखाधड़ी का काम नहीं करेगा। इस आधार पर आश्वस्त होने पर पुलिस ने ओम नारायण राय पर कोई कारवाई किए बिना उसे छोड़ दिया था।

गजाधर नाथ राय ने कहा कि ओम नारायण राय ने व्यवसाय के नाम पर पूर्व एमएलसी एवं लोजपा नेता हुलास पांडेय से दो लाख रुपया लिया था। जिस तरीके से उसने अन्य लोगों से पैसा लेकर गबन किया, उसी तरीके से हुलास पांडेय का पैसा भी गबन करना चाहता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से पैसा लेकर गबन करना ओम नारायण राय का आदत है। इसीलिए उसने धर्मेंद्र पर गोली चलाने का झूठा आरोप लगाया है। लगातार जालसाजी करते के कारण ओम नारायण राय ने अपने और घर के सारे जमीन जायदाद बेच दिए हैं और हर एक-दो साल में कोई नया व्यवसाय करता है।

मामा गुप्तेश्वर राय ने भी ओम नारायण राय के चरित्र के बारे में बयान जारी कर कहा है कि वह झूठ और फ्रॉड का साक्षात जाली फार्म है। उसके दूसरे चचेरे भाई उपेंद्र राय ने कहा है कि उसके माध्यम से राजनीतिक साजिश कर हुलास पांडेय के चरित्र हनन का प्रयास किया जा रहा है। कोई ना कोई विधान परिषद चुनाव को देखते हुए हुलास पांडेय  के विरुद्ध उसका उपयोग कर रहा है।

रिश्ते में ओम नारायण राय के भाई और सहार के प्रखंड प्रमुख अनिल राय ने कहा ओम नारायण राय की मानसिकता गंदी हो गई है। इस को मोहरा बनाया जा रहा है। यह किसी के दबाव में है। वास्तविकता यह है कि ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में यह गवाह है ही नहीं। इसने स्वयं को 4 साल बाद गवाह के रूप में प्रस्तुत किया है, जबकि घटना के दिन यह पटना में था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here