मैं नहीं निकलना चाहता पर मुझे NDA से बाहर निकाला जा रहा- मुकेश सहनी
पटना : स्थानीय प्राधिकार कोटे से विधान परिषद की 24 सीटों को लेकर जदयू और भाजपा में 12:12:1 का फॉर्मूला तय हुआ है। रालोजपा यानी पशुपति गुट को वैशाली सीट दी गई है। वैशाली सीट मिलने से रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस काफी गदगद हैं। मांझी समझौता कर लिए हैं। वहीं, विश्वास में नहीं लिए जाने को लेकर वीआईपी अब विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा और जदयू को लगता है कि एनडीए में सिर्फ वही हैं, इसलिए अन्य दलों को विश्वास में लिए बगैर उन्होंने सीटों की घोषणा कर दी। जो कि हिटलर शाही रवैया को दिखाता है। सहनी ने कहा कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि एनडीए सरकार मांझी और सहनी के बदौलत ही टिकी हुई है।सहनी ने आगे कहा कि मैं एनडीए से बाहर नहीं निकल रहा हूं, लेकिन मुझे निकाला जा रहा है। हमें अंजाम का फिक्र नहीं है, हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।
वहीं, बीते दिन अन्य दलों को सीटें नहीं दिए जाने के सवाल पर भूपेंद्र यादव और विजय चौधरी ने एक ही बात को लगातार दोहराया कि हम विश्वास में लेंगे, हम विश्वास में लेंगे। इसके बाद हम और वीआईपी ने विश्वास में नहीं लिए जाने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी।