स्कूल को बर्बादी तक लाए, अब शिक्षा निदेशालय के आदेश को भी धत्ता बता रहे हेडमास्टर साहब

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रोहतास : विद्यालय विद्या का मंदिर होता है, जहाँ पर बिना किसी भेद-भाव के शिक्षा व संस्कार का पाथेय मिलता है, जीवन दृष्टि मिलती है। परन्तु सन् 1932 में स्थापित राजकीय कृत उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय तिलौथु, रोहतास आज बर्बादी के कगार पर खड़ा है। वजह नाजायज स्वार्थवश तथा अवांछित लाभ प्राप्त करते रहने के लिये एक स्थानीय जिला परिषद् +2 नियोजित उच्च माध्यमिक शिक्षक येन केन प्रकारेण उक्त विद्यालय का प्रभार अपने पास बनाये रखना चाहते हैं और अपने इस दबदबे को बनाए रखने के लिए वरीय शिक्षकों के साथ मार-पीट और जान से मारने की धमकी भी देते रहते हैं। शिक्षा निदेशालय के आदेश के विरूद्ध पद नहीं छोड़ रहे हैं।

जिला परिषद् ‘रोहतास’ बिहार द्वारा नियुक्त स्थानीय निवासी उच्च माध्यमिक शिक्षक मैकूराम किसी भी कीमत पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रूप में बने रहना चाहते हैं। जिसकी वजह सरकारी खजाने से भारी-भरकम राशि का निकासी कर राज्य सरकार को भारी वित्तीय नुकसान पहुँचाया जा रहा है, जिससे राज्य सरकार को भारी वित्तीय क्षति हो रही है।

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वर्ष 2017-2020 तक उक्त विद्यालय के विद्यार्थियों के बीच साईकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति, विद्यालयीन बालिकाओं के बीच नैपकिन एवं मुख्यमंत्री परिभ्रमण मद् की राशि नहीं बाँटना तथा संबंधित ए.सी. / डी . सी . बिल जमा नहीं करते हुए भारी वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई है!

निर्धारित मानदंड के विपरीत उक्त विद्यालय के ( i ) माध्यमिक छात्रकोष A / C No. 11434964971 ( ii ) उच्च माध्यमिक छात्रकोष A / C No. 32485585535 ( iii ) माध्यमिक विकास कोष A / C No. 11434964948 तथा ( iv ) उच्च माध्यमिक विकास कोष A / C No. 32485568188 से अवैधानिक तरीके से भारी-भरकम राशि पैतालिस लाख चौसठ हजार सात सौ अस्सी रुपया (रु 45,64,780) की निकासी कर सतही तौर पर विभिन्न मदों में खर्च दिखाकर फर्जीवाड़ा करते हुए गंभीर वित्तीय अनियमितता की गई है। जबकि उक्त विभिन्न मदों में दिखाये गये खर्च के तहत कार्यान्वित / संपादित योजनाओं का कार्यान्वयन मनरेगा ( वर्ष 2017-2021 तक ) के तहत हुआ है एवं एतद् संबंधी जानकारी मनरेगा के वेव साईट पर भी उपलब्ध है।

शिक्षा विभाग के अपर सचिव सह निदेशक बिहार के ज्ञापांक 2861 जो कि 12 दिसंबर 2019 द्वारा निर्देशित है कि मैकू राम को अवैधानिक एवं अविधिमान्य प्रभारी प्रधानाध्यापक घोषित करते हुए उनके द्वारा किये गये सभी कृत्य को अवैधानिक तथा उनके द्वारा जो भी वित्तीय कार्य किये गये हैं, वे गबन की श्रेणी में आते हैं।

विद्यालय तिलौथू रोहतास के एक स्थानीय जिला परिषद् द्वारा नियुक्त उच्च माध्यमिक शिक्षक से लेकर भ्रष्टाचार में लिप्त विभागीय कर्मचारी, सरकारी खजाने को दोनों हाथों से लूट रहे हैं, गंभीर वित्तीय अनियमितता पर अनियमितता किये जा रहे हैं, जिससे राज्य सरकार को भारी-भरकम नुकसान हो रहा है।

इन तमाम आरोपों के बाद मैकू राम का तबादला कर दिया गया है। उनके जगह पर किसी और को प्रभार दिया गया है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण मैकू राम का तबादला जिस जगह हुआ है, वहां नहीं जा रहे।

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