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‘हम’ का एनडीए को चेतावनी, कहा – चार विधायक हटा लें तो रोड पर जपना होगा राम नाम

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज यानी की सोमवार को अपने सरकारी आवास पर ब्राह्मणों को भोज के लिए आमंत्रित किया था। मांझी के निमंत्रण पर बड़ी संख्या में ब्राहमण समाज के लोग भोज करने पहुंचे हैं। इन ब्राह्मणों को मांझी ने खुद अपने हाथों से भोजन पड़ोस कर खिलाया। वहीं, इस बीच उनके ही पार्टी के प्रवक्ता ने अपनी ही पार्टी के गठबंधन सरकार में शामिल मंत्री को बड़ी बात कही है।

नीरज बबलू कौन होते हैं मांझी जी को सलाह देने वाले?

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बिहार सरकार के मंत्री नीरज बबलू पर निशाना साधते हुए कहा कि नीरज बबलू कौन होते हैं मांझी जी को सलाह देने वाले? यदि हम अपने पार्टी के चार विधायक को हटा लें तो एनडीए को औकात मालूम पड़ जाएगी।

पीएम मोदी तक राम नाम जपने लगेंगे।

दरअसल, ब्राह्मणों और हिंदू धर्म के खिलाफ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी द्वारा दिए गए बयानों के बाद एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जहां सरकार के मंत्री और भाजपा नेता जीतन राम मांझी को राजनीति छोड़ राम नाम जपने की सलाह दे रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ उनकी बातों का पलटवार करते हुए ‘हम’ की तरफ से कहा जा रहा है यदि हम बाहर निकल जाएं तो पीएम मोदी तक राम नाम जपने लगेंगे।

पीएम मोदी के बारें में बोल कर दिखाए

हिदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि नीरज बबलू को कुछ बोलने से पहले उम्र का ख्याल रखना चहिए कि वह किसके बारे में क्या बोल रहे हैं ? यदि सही में उनको ताकत है तो वह पीएम मोदी के बारें में बोल कर दिखाए जो कि जगह – जगह सभा में उल्टा – सीधा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि नीरज बबलू को हिम्मत है तो कभी कैलाश विजयवर्गीय को बोलें, जिन्‍होंने सेकुलर को जानवर से बदतर बता दिया था। पहले उन लोगों से माफी मंगवाएं। मांझी ने तो माफी मांग लिया है।

रोड पर आकर राम -राम करने लगेंगे

दानिश रिजवान ने कहा कि यदि वह एनडीए गठबंधन से अपने चार विधायक को हटा लें तो एनडीए के नेता रोड पर आ जाएंगे। जो लोग अभी मंत्री का स्वैग दिखाते हैं, सब धरा का धरा रह जाएगा। रोड पर आकर राम -राम करने लगेंगे।

यह है मुख्य वजह

बता दें कि, कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि ‘आज कल हमारे गरीब तबके में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है। सत्य नारायण पूजा का नाम हम नहीं जानते थे लेकिन ‘साला’ अब हम लोगों के हर टोला में उनकी पूजा हो रही है। पंडित ‘हरामी’ आते हैं और कहते हैं कि हम खाएंगे नहीं, हमको नगद ही दे दीजिए”। जिसके बाद उनका यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।