MLC चुनाव में 13 सीटें और शराबबंदी कानून की समीक्षा है BJP और JDU के बीच राजनीतिक रार की असली वजह!

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बिहार एनडीए में सब ठीक है, राज्य में नीतीश कुमार की सरकार पर कोई खतरा नहीं है। कुछ विषयों को लेकर हाल ही में सहयोगी दल के द्वारा राय रखे जाने पर गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है, ऐसा कह देना बिल्कुल गलत है। अगर सहयोगी दल किसी विषय पर अपनी राय रखता है, तो इसका यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि नीतीश के नेतृत्व में चल रही बिहार में एनडीए सरकार अस्थिर है। बल्कि सच्चाई यह है कि एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल भाजपा नीतीश कुमार की कई नीतियों के साथ है। उक्त दावा जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह बिहार विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने किया है।

जब सब कुछ ठीक तो फिर ठीक होने का दावा क्यों?

नीरज कुमार ने यह भी दावा किया है कि भविष्य में एनडीए सरकार गिरने नहीं जा रही है। विपक्ष तो 2005 से ही ऐसा ख्याली पुलाव पका रहा है कि अब एनडीए सरकार गिर जाएगी, अब एनडीए सरकार गिर जाएगी, लेकिन विपक्ष का यह सपना सच नहीं होने वाला है। NDA में जो भी बयानबाजी चल रही है वह उससे यह नहीं प्रमाणित होता है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है। बल्कि, एनडीए के जो भी घटक दल हैं उन सभी दलों में नीतीश कुमार की स्वीकार्यता है।

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क्या बिहार में NDA की राजनीति नाजुक दौर से गुजर रही?

अब सवाल ये है कि आखिर क्यों बार बार NDA के किसी न किसी नेता को सामने आकर कहना पड़ता है कि NDA में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है और ऐसा किसे कहा जा रहा है? बार-बार ऐसा कहने का मतलब ही है कि सब ठीक नहीं है और ये अब सार्वजनिक रूप से दिख भी रहा है, एनडीए में जहां शराबबंदी, सम्राट अशोक और यूपी चुनाव जैसे मुद्दे को लेकर बयानबाजी हो रही है। वहीं,एमएलसी चुनाव को लेकर भी माहौल गर्म है, ऐसे में यह सवाल उतने लगा है कि क्या बिहार में NDA की राजनीति आज नाजुक दौर से गुजर रही है?

एक साहित्यकार द्वारा सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से किये जाने का मामला और शराबबंदी के मामले पर जो विवाद शुरू हुआ, वो थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर भाजपा और जदयू नेता आमने-सामने हो गए हैं। एनडीए के मुख्य घटक दल भाजपा और जेडीयू के नेताओं में एक-दूसरे के विरोध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर बयान देने में होड़ लगी हुई है। शायद ही कोई ऐसा दिन हो जहां इनके बयान मीडिया की सुर्खियों में न हो।

ईट का जवाब पत्थर से देने तक की बात हुई

कुछ दिन पहले विशेष राज्य के मुद्दे पर दोनों दलों के बयानवीर टकराते नजर आए, तो आजकल सम्राट अशोक और शराबबंदी को लेकर एक-दूसरे को नसीहत देते नजर आ रहे हैं। खास तौर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के बीच बयान के तीर ज्यादा ही सुर्खियां बटोर रही है। उपेन्द्र कुशवाहा मीडिया में भाजपा को लेकर बाइट देते हैं, तो संजय जायसवाल फेसबुक के जरिए पलटवार करने में तनिक भी देरी नहीं करते। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी बीच में कूद पड़ते हैं। सोशल मीडिया के जरिए भी एक-दूसरे पर शब्द बाण चलाये जा रहे हैं। 76 लाख कार्यकर्त्ता द्वारा जवाब दिए जाने से लेकर मुख्यमंत्री आवास को लपेटे में ले लिया गया।

दरअसल, राजनीतिक दलों के बीच सम्राट अशोक को लेकर जारी नूराकुश्ती के पीछे असली वजह है आपस में इसी बात को साबितकरना कि हमारे बिना काम नहीं चल सकता। ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के चक्कर में अपनों के ही बीच दबाव की राजनीति चलती रहती है,जो गठबंधन की राजनीति के लिए शुभ संकेत नहीं है।

एमएलसी चुनाव को लेकर NDA और महागठबंधन के अंदर खींचतान जारी

बता दें कि भाजपा और जदयू के बीच जो वाक युद्ध चल रहा है इसके पीछे का असली मकसद है बिहार में 24 सीटों पर होने जा रहे एमएलसी चुनाव, इन सीटों को लेकर जदयू का दावा है कि भाजपा और जदयू 10-10 सीट पर चुनाव लड़े। इसके अलावा दोनों सहयोगी दल हम और वीआईपी को दो-दो सीटें दी जाए। वहीं, भाजपा का कहना है कि 13 जो हमारे जीते हुए प्रतिनिधि हैं और उन सभी 13 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा 9 सीटें जदयू और बाकी अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़े। इसके अलावा जदयू को छोड़ भाजपा समेत सभी राजनीतिक दल शराबबंदी कानून की समीक्षा चाहते हैं।

इसके अलावा महागठबंधन में कांग्रेस और राजद के बीच भी एमएलसी चुनाव को लेकर उठापटक जारी है। कांग्रेस को अब भी उम्मीद है कि लालू के हस्तक्षेप के बाद चीजें ठीक होंगी। वहीं, तेजस्वी को राजद का सर्वेसर्वा मान चुके लोगों का कहना है कि एमएलसी चुनाव को लेकर राजद बिल्कुल समझौता करने के मूड में नहीं है।

एमएलसी चुनाव की सीटें और शराबबंदी कानून की समीक्षा है असली वजह!

बहरहाल, भाजपा और जदयू के बीच असली खींचतान की वजह है एमएलसी चुनाव की जीती हुई सीटें और शराबबंदी कानून की समीक्षा। इन दोनों पहलू पर जदयू के सहमत होते ही एनडीए में सबकुछ सामान्य होने की संभावना है।

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