पटना : इस साल बिहार समेत देश के कई राज्यों में सर्दी ने देर से दस्तक दी है। बिहार को लेकर मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताते हुए कहा कि इस बार मार्च के अंत तक ठंड अपना असर दिखा सकती है। पिछले 72 घंटे से राज्य में पछुआ हवा का प्रवाह देखने को मिल रहा है। हवा की रफ्तार भी लगातार 10 से 15 किमी प्रति घंटे से चल रही है। ऐसे में जहां अधिकतम तापमान में गिरावट हुई है, वहीं न्यूनतम तापमान में भी लागतार कमी देखने को मिल रही है। इसी के मद्देनजर राजधानी पटना के जिलाधिकारी द्वारा स्कूली छात्रों को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है।
पटना जिला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर प्रसाद ने कहा कि पटना जिले के सभी विद्यालयों में सुबह 9:00 बजे से पहले एवं अपराह् 3:30 बजे के बाद सभी कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध होगा।
अधिक ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव की संभावना
उन्होंने कहा कि जिले में गिरते तापमान और विशेष रूप से सुबह के समय अधिक ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव की संभावना को देखते हुए स्कूल टाइमिंग में परिवर्तन किया गया है।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिले के सभी विद्यालयों में सुबह 9:00 बजे से पहले एवं अपराह् 3:30 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह आदेश 21 दिसंबर से अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी/ सभी अनुमंडल पदाधिकारी/ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/ सभी थानाध्यक्ष को इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का सख्त निर्देश दिया गया है।
बता दें कि, राज्य में बढ़ती ठंड का कारण पहाड़ी क्षेत्र से आ रही हवाएं हैं जो कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में फिलहाल असर दिखा रहा है। पिछले 24 घंटे में राज्य में सर्दी काफी बढ़ गई है। ठंड से बचाव के लिए लोगों को अलाव तक का सहारा लेना पड़ रहा है। राज्य में सबसे कम तापमान गया का रिकॉर्ड किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 दिसंबर के बाद राज्य में शीतलहर की स्थिति बनने की पूरी संभावना है और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक पहुंच सकती है।