मांझी की चेतावनी, कहा- 1000 करोड़ दीजिए, नहीं तो गठबंधन में है बाहर भी जा सकते हैं

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गया : शराबबंदी, जातीय जनगणना और बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा और जदयू के बीच पहले से ही जुबानी जंग तेज है। इस बीच एनडीए के अहम सहयोगी दल हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने कुछ मांगों को लेकर मुसीबत खड़े कर दिये हैं। मांझी ने अपने क्षेत्र के विकास के लिए नीतीश कुमार से 1000 करोड़ की मांग करते हुए कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम सत्ता से बाहर भी हो सकते हैं। सत्ता में रहकर भी अगर क्षेत्र का विकास नहीं हुआ तो फिर सत्ता में रहने का क्या मतलब?

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दरअसल, जीतन राम मांझी मंगलवार को अपने गृह जिला गया के इमामगंज में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनकी राजनीति की अंतिम पारी है। वह नहीं चाहते कि कोई ‘अपयश’ लेकर जाएं। बल्कि हम यश लेकर जाएं और क्षेत्र की जनता के लिए जो करना चाहते थे वह करके जाएं।

इसी दौरान मांझी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से क्षेत्र के विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपये मांगे हैं और अपने बेटे मंत्री संतोष सुमन को एक हजार करोड़ का इस्टीमेट बनाकर रखने का निर्देश दिया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि अगर इस वित्त वर्ष में पैसे मिल जाते हैं, तो अगले वित्त वर्ष में काम लगभग पूरा हो जाएगा।

सभा में लोगों को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वे 1000 करोड़ रुपये क्षेत्र के विकास के लिए दें। अन्यथा मैं उनके दल में नहीं हूं, गठबंधन में हूं और गठबंधन से बाहर भी जा सकता हूं।

ज्ञातव्य हो कि बिहार में एनडीए को बहुमत से केवल 5 सीट ज्यादा प्राप्त है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के 74, जदयू को 45, हम 4, वीआईपी के तीन और एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में अगर जीतन राम मांझी का मन डोलता है तो एनडीए के लिए मुश्किल हो सकता है।

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