पटना : मधुबनी के बेनीपट्टी में मारे गए पत्रकार बुद्धिनाथ झा का एक वीडियो बीते दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे मेडिकल माफिया की पोल खोलते हुए कह रहे हैं कि बेनीपट्टी में हर चौक पर मौत के सौदागर घूम रहे हैं। लेकिन मेरे जिंदा रहते मैं गड़बड़ करने वालों को जीने नहीं दूंगा।
बेनीपट्टी में 24 फर्जी अस्पतालों का खुलासा
वीडियो में बुद्धिनाथ झा कई तरह के कागजों के साथ बैठे हैं। इसके बाद उन्होंने कहना शुरू किया—बेनीपट्टी में हम आज फर्जी हॉस्पिटल का भंडाफोड़ करने वाले हैं। यहां दो दर्जन से अधिक ऐसे अस्पताल हैं। इनमें छह महीने में आठ लोगों की मौत हुई है। यह आठों मौतें मर्डर ही हैं। जिस अस्पताल को 2019 में बंद कर दिया गया था, उसमें 2021 के सात जून को भी मरीज की मौत हुई। यह कैसे हुआ। अधिकारी जवाब दें कि बंद अस्पताल चालू कैसे हो गया।
पुलिस मामले को प्रेम त्रिकोण बता रही थी
इसके बाद प्रत्रकार बुद्धिनाथ बेनीपट्टी के कई निजी अस्पतालों के गड़बड़झाला का जिक्र करते हुए कुछ कागजात भी दिखाते हैं। इसके अलावा दिवंगत पत्रकार आम लोगों से अपील भी करते हैं कि ऐसे फर्जी अस्पतालों में जाने से बचें।
वीडियो में पत्रकार ने यह भी कहा कि 2019 में भी उन्हें गोली मारने की धमकी दी गई थी। लेकिन वो पहले भी लड़ते रहे हैं और जबतक जिंदा है, तबतक इन फर्जी नर्सिंग होम संचालकों से लड़ते रहेंगे।
विदित हो कि बुद्धिनाथ झा का पहले अपहरण कर लिया गया। गायब होने के तीन दिन बाद उनका जला हुआ और बोरे में बंद शव सड़क किनारे से बरामद किया गया। घरवालों ने आशंका जताई कि पत्रकार की मेडिकल माफिया ने हत्या करा दी। जबकि पुलिस ने इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि अब पुलिस मेडिकल माफिया वाले एंगल की भी गहन जांच कर रही है।