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शौर्य दिवस की शुभकामनाएं देकर राजद के निशाने पर आई जदयू सांसद, धर्मनिरपेक्षता पर खड़े हुए सवाल तो हटानी पड़ी पोस्ट

पटना : जदयू नेत्री सह सिवान से लोकसभा की सदस्य कविता सिंह और उनके पति अजय सिंह के एक पोस्टर पर जमकर बवाल मचा हुआ है। इस पोस्टर को लेकर नीतीश कुमार को काफी भला-बुरा कहा जा रहा है। राजद के अधिसंख्य नेताओं समेत एक विशेष वर्ग के लोग इस पोस्टर को लेकर जदयू की धर्मनिरपेक्षता को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।

दरअसल, बीते दिन यानी 6 दिसंबर को भाजपा के कुछ विंग और कई हिन्दू संगठनों ने अयोध्या में बाबरी विध्वंस को लेकर जो कारसेवक शहीद हुए थे, उनके पुण्यतिथि को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। इसी कड़ी में जदयू नेत्री कविता सिंह और उनके पति ने शौर्य दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक ग्राफिक्स पोस्ट की। जिसमें एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी तो दूसरी तरफ सीएम नीतीश की तस्वीर लगी हुई है। ग्राफिक्स में विवादित ढांचे पर चढ़े कारसेवकों की तस्वीर है और लिखा है आप सभी को शौर्य दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। वहीँ, ग्राफिक्स के निचले हिस्से में एक तरफ कविता सिंह की तस्वीर तो दूसरी तरफ उनके पति और राष्ट्रीय युवा हिन्दू वाहिनी के बिहार अध्यक्ष अजय सिंह की तस्वीर है।

बाबरी विध्वंस का जश्न मना रही सांसद

जदयू सांसद के इस पोस्ट पर राजद काफी आक्रमक हो गई, राजद के कई विधायकों ने इसको लेकर सांसद, उनके पति और नीतीश कुमार काफी कुछ कहा। युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब ने कहा कि नीतीश कुमार की सिवान लोकसभा से सांसद बाबरी विध्वंस का जश्न मना रही है। आप बस नीतीश कुमार के दोहरे चरित्र को पहचानिए। ये आदमी किसी का भी सगा नहीं है। वहीं, सिवान राजद ने कहा कि जदयू की सिवान सांसद कविता सिंह बाबरी विध्वंस को शौर्य दिवस के रूप में मना रही हैं। मुख्यमंत्री की इतनी चहेती हैं कि बग़ैर किसी राजनीतिक अनुभव के सीधे विधायक बनाया और अब सांसद। इनके माध्यम से देश के अक़्लियत समाज को नीतीश क्या संदेश देना चाहते हैं इस पोस्ट में पढ़ें।

अरे नीतीश तुम अपने दल का विलय भाजपा में नहीं सीधे संघ में करो

बड़हरिया विधायक बच्चा पांडेय ने कहा कि बकरी चोर सांसद बाबरी पर राष्ट्रीय शर्म दिवस को शौर्य दिवस मना रहा है। शर्मनाक! राजद के ठाकुरगंज से विधायक सऊद असरर नदवी ने एक तरह से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि अरे नीतीश तुम अपने दल का विलय भाजपा में नहीं सीधे संघ में करो। लेकिन इस तरह से जेडीयू पार्टी के नाम पर धर्मनिरपेक्षता का छलावा वाली राजनीति बंद करो। राष्ट्रीय शर्म को तुम्हारा प्रिय शौर्य घोषित कर रहा है। जब सांसदों पर जोर चलता नहीं तो पार्टी बंद कर दो। दोहरी नीति बंद करो। सरफराज आलम ने कहा कि जेडीयू खुद को समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष दल किस मुँह से बताती है? लाज-शर्म नहीं बची क्या? साथियों पोस्टर में देखिए जेडीयू सांसद की धर्मनिरपेक्षता। अगर आगे से जेडीयू नेता खुद को धर्मनिरपेक्ष कहे तो ये पोस्टर मुँह पर फ़ेंक मारिए। नीतीश कुमार देश का ठगाड़ा नंबर वन नेता है।

किरकिरी के बाद हटाया पोस्ट

हालांकि, इतनी किरकिरी होने के बाद कविता सिंह ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से इस ग्राफिक्स को हटा ली है। वहीं, उनके पति के एकाउंट पर अभी भी ग्राफ़िक्स पोस्ट किया हुआ है।