टीएमटी सरिया तथा संरचना निर्माण सामग्री बनाने वाले समूह पर आयकर का छापा, कागजी कंपनियों के जरिये किया 100 करोड़ का हेरफेर
आयकर विभाग 1 दिसंबर को टीएमटी सरिया तथा संरचना निर्माण सामग्री बनाने वाले कोलकाता के प्रसिद्ध समूह पर तलाशी और जब्ती की कार्रवाई शुरू की। इस अभियान में 100 करोड़ रुपये बेहिसाब धन का पता चला है। तलाशी का काम पश्चिम और ओडिशा में फैले 20 से अधिक परिसरों में किया गया।
विभाग ने बताया कि इस कार्रवाई में समूह द्वारा कर चोरी करने के विभिन्न तरीकों का पता लगा है। बड़ी संख्या में दस्तावेजों तथा डिजिटल डॉटा के रूप में आपत्तिजनक साक्ष्य पाये गए हैं और उनहें जब्त किया गया है। इन साक्ष्यों में उच्च मूल्य के बिना हिसाब-किताब के नकद भुगतान, बिना हिसाब-किताब की नकद खरीद तथा बिक्री, उत्पादन को छुपाने वाले दस्तावेज आदि शामिल है।
इन साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि समूह द्वारा अनेक कागजी यानी मुखौटा कंपनियां चलाई जा रही हैं, ताकि प्रमुख व्यवसाय में प्रविष्टियां समायोजित की जा सकें। यह पाया गया कि इन मुखौटा कंपनियों ने हिस्सा पूंजी/असुरक्षित कर्ज के रूप में बिना हिसाब-किताब वाले धन को बहीखाता में वापस डाला है। समूह के एक प्रमुख व्यक्ति द्वारा ऐसे तौर-तरीकों को स्वीकार किया गया है।
तलाशी के परिणाम स्वरूप बिना हिसाब-किताब का 75 लाख रूपये का नकदी और 2.26 करोड़ रूपये मूल्य के आभूषण जब्त किये गये, जबकि कुछ बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। अब तक की गई तलाशी में बिना हिसाब-किताब के लगभग 100 करोड़ रूपये की आय का पता लगा है।