11 से 13 दिसंबर तक नालंदा में मनेगा आयुर्वेद पर्व, सीएम करेंगे उद्घाटन
देश के आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी चिकित्सा के विशेषज्ञ लेंगे भाग
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि जीवनशैली से संबंधित बीमारियों के लिए इलाज के रूप में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय के सहयोग से बिहार सहित देश के 4 राज्यों में 11, 12 और 13 दिसम्बर को आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 दिसम्बर को नालंदा के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री, आयुष मंत्रालय के सचिव समेत विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
मंगल पांडेय ने कहा कि बदलते जीवनशैली की वजह से गैर संचारी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। इसके अलावा कोविड के बाद लोगों की रोगों से लड़ने की क्षमता भी कमजोर हुई है। इस स्थिति में लोगों का आयुर्वेद के प्रति भरोसा बढ़ा है। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल लोगों के बीच आयुर्वेद की अधिक से अधिक स्वीकृति सुनिश्चित करनी है, बल्कि वर्तमान बीमारियों के इलाज के लिए आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाना है। लोगों को अच्छे स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद को लेकर जागरूक करना भी है। त्रिदिवसीय आयुर्वेद पर्व के आयोजन के दौरान देशभर के आयुष चिकित्सक लोगों को स्वस्थ रहने की जानकारी देंगे। उनके ज्ञान से आयुष चिकत्सक के साथ-साथ देसी चिकित्सा के विद्यार्थी भी लाभान्वित होंगे।
पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में आयुष चिकित्सा शिक्षा के विकास को लेकर लगातार प्रयास कर रहा है। आयुष कॉलेज और अस्पतालों को सुदृढ़ किए जा रहें हैं। इसके आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने के साथ आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। अगले साल जनवरी तक 3270 आयुष चिकित्सको की नियुक्ति कर ली जायेगी। इनको आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक और यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के साथ- साथ अस्पतालों में नियुक्ति की जाएगी। दरभंगा आयुर्वेद कालेज और अस्पताल में अगले सत्र से पढ़ाई प्रारम्भ कराने को लेकर विभागीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।