चिराग ने शराबबंदी के नाम पर बिहार पुलिस के कारनामे को संसद में उठाया, स्मृति ईरानी ने दी जवाब
पटना : शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए बिहार पुलिस द्वारा हाल ही में शादी समारोह में दुल्हन के कमरे में प्रवेश कर चेकिंग का मामला आज लोकसभा में गूंजा। लोकसभा में जमुई सांसद चिराग पासवान ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि क्या केंद्र सरकार कोई ऐसी एडवाइजरी यहां से जारी कर सकती है, जिससे कि भविष्य में कम से कम ऐसी घटना न हो कि महिलाओं से भरे कमरे में पुलिस बिना महिला कांस्टेबल के प्रवेश कर जाए।
इसके आगे चिराग ने कहा कि बगैर महिला कांस्टेबल के दुल्हन के कमरे में प्रवेश करना कहा तक उचित है। उन्होंने कहा कि जिनके जिम्मे कानून की सुरक्षा का जिम्मा है, अगर वो ही कानून की अवहेलना करने लगे तो आम जनता कहां जाएगी।
चिराग के इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस बाबत पहले से ही कानून बने हुए हैं। हम पहले ही निर्भया फंड के तहत सारा प्रावधान कर चुके हैं। इसके अलावा स्मृति ईरानी ने कहा कि पुलिस को लेकर जो आक्षेप लगता है, उसे भी सदन में कहना उचित है। ईरानी ने कहा कि पुलिस द्वारा महिलाओं की मदद के देशभर में महिला हेल्पलाइन नंबर के जरिये 55 लाख महिलाओं को न्याय मिला है। उन्होंने आखिर में कहा कि अगर ऐसी बात है तो पुलिस को संवेदनशील बनाने की जरूरत है और हमलोग इसके लिए प्रयासरत हैं।
ज्ञातव्य हो कि शराबबंदी कानून के नाम पर बिहार पुलिस शादी समारोह में बगैर महिला कांस्टेबल के दुल्हन के कमरे में घुसकर तलाशी ली थी। इसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ा था। हालांकि, इसके सफाई में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर ऐसी बात की जानकारी है तो पुलिस अवश्य जांच कर सकती है। लेकिन, विपक्ष समेत काफी लोगों ने इसे गलत कहा था।