उपचुनाव में हो सकती है गड़बड़ी, तेजस्वी बोले : जनता बनाम सरकार की लड़ाई
पटना : बिहार में कल यानी शनिवार को विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव होने वाला है। वहीं,मतदान से ठीक पहले बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से चुनाव में धांधली की आशंका जताई है।
मतदान को प्रभावित करने का हो सकता है काम
बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में उपचुनाव के दौरान मतदान को प्रभावित करने का काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम विधानसभा उपचुनाव में धांधली की आशंका को लेकर पहले से अपनी स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं। नीतीश कुमार किसी भी हद तक के चुनाव जीतने के लिए जा सकते हैं।
उपचुनाव में प्रशासन का दुरूपयोग
उन्होंने कहा कि उपचुनाव में प्रशासन का दुरूपयोग किया जा रहा है। किसी एक खास पार्टी के पक्ष में वोट डलवाने का दबाव बनाया जा रहा है। कल ही हमने एक बड़ा खुलासा किया था। उनके ऊपर कार्रवाई तो हुई लेकिन अभी भी उन्हें दरभंगा आईजी कार्यालय में रखा गया है। कुछ लोग कह रहे हैं कि हमलोग डर गए हैं। लेकिन वो लोग जान लें कि हम ये सब इसलिए बता रहे हैं कि बिहार की जनता जान लें कि सीएम नीतीश कुमार किस स्तर तक गिर गए हैं।
सत्ताधारी दल की तरफ से बांटा जा रहा पैसा
इसके साथ ही तेजस्वी ने आरोप लगाया कि विधानसभा उपचुनाव में मतदान को प्रभावित करने के लिए सत्ताधारी दल की तरफ से पैसे बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब सचेत हो चुकी है। आज हर हाथ में मोबाइल है और हमने लोगों से अपील की है कि मोबाइल के जरिए वीडियो बनाकर हकीकत जो है वह सामने ले आए।
तीर बनाम लालटेन का ना होकर जनता बनाम सरकार
तेजस्वी यादव ने कहा कि अब यह लड़ाई तीर बनाम लालटेन का ना होकर जनता बनाम सरकार की हो गई है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई राष्ट्रीय जनता दल जनता के साथ खड़ी है और हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में शराब की बौछार हो रही है और यह बिना प्रशासन के सहयोग के कैसे हो सकता है इसके साथ उन्होंने कहा कि महिलाओं को छठ पूजा के नाम पर तीर का निशान बनाया हुआ साड़ी भी बांटा जा रहा है। इसके बावजूद अब जनता सचेत हो चुकी हैं और उनको इस बार चुनाव में करारी मात मिलने वाली है।
30 अक्टूबर को मतदान
बहरहाल, देखना यह है कि, तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर कल 30 अक्टूबर को मतदान होने के बाद जब परिणाम की घोषणा की जाएगी तो क्या जनता तेजस्वी यादव द्वारा कही गई बात पर भरोसा करते हैं या फिर एक बार फिर से यह सीट जदयू के ही खाते में जाती है।