मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को अविलम्ब बर्खास्त किया जाना चाहिए- सुमो
पटना : हाल के दिनों में बिहार के विश्वविद्यालयों में वित्तीय अनियमितता के मामले बाहर आने के बाद पीएमओ ने राज्यपाल को तलब किया था। इसको लेकर राज्यपाल फागू चौहान बुधवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उनसे वित्तीय अनियमितता में घिरे कई विश्वविद्यालयों से संबंधित सवालों के जवाब मांगे गए।
इस बीच मुख्यमंत्री सचिवालय और शिक्षा विभाग ने राज्यपाल को पत्र लिखकर आरोपी कुलपति पर कार्रवाई करने को कहा है। इसी को लेकर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के कुछ कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के जो आरोप लगे हैं, उससे राज्य की छवि और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई आँच न आए, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। स्पीडी ट्रायल के जरिये दोषी को तुरंत सजा दिलायी जानी चाहिए। इस दिशा में राज्य सरकार और राजभवन को मिलकर कदम उठाने की जरूरत है।
सुमो ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर निगरानी विभाग के छापे में उनके परिसरों से 95 लाख रुपये नकद और 1 करोड़ की सम्पत्ति के कागजात बरामद होने के बाद उन्हें अविलम्ब बर्खास्त किया जाना चाहिए। मजहरुल हक विश्वविद्यालय के पूर्व प्रभारी कुलपति के खिलाफ वर्तमान कुलपति ने कॉपी खरीद घोटाले के जो आरोप लगाये हैं, उनकी त्वरित और निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए। एनडीए सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति पर ही चलेगी।
ज्ञातव्य हो कि मगध, पूर्णिया, पाटलिपुत्र, मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।