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रखवाला ही चोर है, कृषि कानून से सीख लेते हुए शराबबंदी कानून को वापस लें सीएम नीतीश

पटना : बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार की सरकार लगातार एक्शन मोड में काम कर रही है। सोलह नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लगातार 7 घंटों तक हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद पूरे प्रदेश में मद्य निषेध विभाग ने अपनी कमर कस ली है। वहीं, दूसरी तरफ इस मसले को लेकर सियासी घमासान भी शुरु हो गया है। इसी कड़ी में अब सरकार के सहयोगी दल के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने शराबबंदी को लेकर अपने ही सरकार से बड़ी मांग रखी है।

दरअसल, बिहार सरकार में सहयोगी भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि ‘बिहार में रखवाला ही शराब बेचवा रहा है’, इसलिए कृषि कानूनों की तरह शराबबंदी कानून भी वापस लेनी चाहिए ‘।

हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि बिहार में पुलिस वाला के सहयोग से ही शराब का कारोबार हो रहा है। पुलिस अगर चाह ले तो पत्ता तक नहीं हिलेगा। लेकिन यह सही मायने में सफल नहीं हो पा रहा है इसलिए मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी मांग करता हूं कि वह शराबबंदी कानून को वापस लें।

रखवाला ही चोर बना हुआ है रक्षक ही भक्षक

हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि पुलिस द्वारा सही मायने में जो शराब बेचते हैं उन पर कार्रवाई नहीं की जाती है। लेकिन जो शराब नहीं बेचते हैं उनपर करवाई जी की जाती है। उन्होंने कहा कि इससे 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए है। उन्होंने कहा कि रखवाला ही चोर बना हुआ है रक्षक ही भक्षक बना हुआ है। इसलिए जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानून का वापस लिया ठीक उसी तरह शराबबंदी कानून को भी वापस ले लेना चाहिए।

गौरतलब है कि, बिहार में शराबबंदी को लेकर लगातार यह कहा जाता रहा है कि बिहार में शराबबंदी सफल ना होने का मुख्य वजह प्रशासन के लोग हैं क्योंकि इनकी मिलीभगत में है शराब का कारोबार होता है। इससे पहले भी कहा जाता रहा है कि नीतीश कुमार के करीब बैठने वाले लोग ही शराब का कारोबार करते हैं।