नवादा : जिले के नरहट प्रखंड क्षेत्र के खनवां गांव में राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री व बिहार केसरी के नाम से विख्यात डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की 134 वीं जयंती जिलेभर में श्रद्धा के साथ मनाई। जिला मुख्यालय में कई जगह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने श्री बाबू की ननिहाल सह जन्मस्थली खनवां पहुंच कर गर्भगृह व उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके विचारों पर चलने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम इसी क्षेत्र की बहू हैं।
विधायक नीतू सिंह ने कहा कि डॉ. श्रीकृष्ण सिंह आधुनिक बिहार के निर्माता थे। उनके मुख्यमंत्री रहते ही बिहार देश का पहला जमींदारी प्रथा मुक्त राज्य बना। देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन व भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही।
विधायक ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिन्ह उर्फ श्री बाबू भारतीय राजनीति में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। बिहार के लिए उनके योगदान को भुलाया नही जा सकता।उनका जन्म 22 अक्टूबर वर्ष 1887 को ननिहाल खनवां में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1961 तक आजीवन बिहार की सेवा की और समकालीन भारतीय राजनीति के दैदीप्यमान राजनेता बने रहे।
श्री बाबू संघर्षशील, जुझारू और दूरदर्शी कांग्रेसी राजनेता थे। वे सामाजिक न्याय व साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रणेता समझे जाते हैं। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के सन्तुलित विकास पर ध्यान देते हुए बिहार और देश को बहुत कुछ दिया।पूर्व विधायक अनिल सिंह ने कहा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि आज खनवां का विकास उन्हीं की देन है। आगे और विकास का संकल्प दुहराया।
जद यू नेता मुकेश कुमार विद्यार्थी ने श्रद्धां सुमन अर्पित करते हुए उनके सपने का बिहार बनाने का संकल्प लिया। श्रद्धा सुमन अर्पित करने आने का सिलसिला जारी है।मौके पर देवेन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह, रामाशिष कुमार, पैक्स अध्यक्ष सतीश सिंह, विकास कुमार, निवर्तमान मुखिया शंकर रजक, मुखिया प्रत्याशी अर्जुन राम आदि मौजूद थे।