‘नहीं होगा मधुबनी एसपी का तबादला, क्योंकि ये नालंदा से है’
पटना : मधुबनी के झंझारपुर में पुलिसकर्मियों द्वारा एडीजे अविनाश कुमार पर हुए हमले को लेकर सियासत तेज होती दिख रही है। सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में क़ानून व्यवस्था ध्वस्त होने से प्रशासनिक अराजकता फैल चुकी है। पुलिस अधिकारी अब जजों के चेंबर में घुस कर गाली-गलौज और मारपीट कर रहे है। जज साहब ने बलात्कार संबंधित एक केस में SP को कानून संबंधी जानकारी नहीं होने एवं ट्रेनिंग पर भेजने की बात कही थी।
तेजस्वी प्रसाद यादव ने नालंदा मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान मधुबनी SP के कार्यकाल में अपराध चरम पर है। कुख्यात मधुबनी नरसंहार, शराब तस्करी सहित जिले में प्रतिदिन अनेक बलात्कार, लूट और हत्या की दुःखद घटनाएँ होती है। अभी हाल में एक पत्रकार की भी हत्या हुई लेकिन इनका तबादला नहीं होगा क्योंकि ये नालंदा से है और नालंदा मॉडल से सब अवगत है।
नेता प्रतिपक्ष ने एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा सदन के अंदर बिहार पुलिस अर्थात् जेडीयू पुलिस से विधायकों और पत्रकारों को पिटवाने के बाद पुलिस से न्यायालय में जजों के चेंबर में अब न्यायाधीशों को पिटवा रहे है। सुशासनी एनडीए सरकार से इससे ज़्यादा और क्या मंगलराज चाहिए आपको?
विदित हो कि घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण और ASI अभिमन्यु कुमार झंझारपुर कोर्ट परिसर में एडीजे अविनाश कुमार के कक्ष में घुसकर गाली-गलौज करते हुए कहा कि तुम्हारी हैसियत कैसे हुई कि तुम हम दोनों को तलब करोगे, हम तुमको एडीजे नहीं मानते हैं। इसके बाद एडीजे द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया। फिलहाल दोनों आरोपी हिरासत में है। इसी मामले पर अधिवक्ता संघ ने सरकार के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले अपराधियों से सरंक्षण की जरूरत होती थी, लेकिन अब प्रशासन से सरंक्षण की आवश्यकता पड़ गई है।