जिला अस्पताल व पांच मेडिकल कॉलेजों में वायरल हेपेटाइटिस का होगा इलाज- मंगल पांडेय
स्वास्थ्य विभाग सैंपल मंगाने को लेकर कर रहा प्रयास
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में वायरल हेपेटाइटिस की रोकथाम के लिए अनुकूल जांच व इलाज के प्रति स्वास्थ्य विभाग केंद्र सरकार के सहयोग से नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम संचालित कर रहा है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत हेपेटाइटिस का मुफ्त इलाज व दवा देने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार ने मुफ्त इलाज की राणनीति के तहत इस योजना को प्रारंभ किया है। शीघ्र ही राज्य के सभी जिला अस्पतालों एवं पांच मेडिकल कॉलेजों में मुफ्त जांच व दवा देने का कार्य प्रारंभ होगा।
पांडेय ने कहा कि राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों एनएमसीएच पटना, जेएलएनएमसीएच भागलपुर, डीएमसीएच, दरभंगा, एएनएमएमसीएच, गया और एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में भी मुफ्त जांच व दवा उपलब्ध करायी जाएगी। तीन मेडिकल कॉलेजों को स्ेटट लैब व मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया गया है, उनमें पीएमसीएच, आईजीआईएमएस व एम्स, पटना शामिल है। इन संस्थानों में राज्य भर के ऐसे मरीजों का इलाज होगा, जो इस बीमारी से गंभीर अवस्था में आ गए होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई बार ऐसा देखा गया है कि सही समय पर इसकी पहचान नहीं की गई तो सारी उम्र दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है। केंद्र सरकार का यह लक्ष्य है कि वायरल हेपेटाइटिस सी पर 2030 तक नियंत्रण पा लिया जाए। यदि थोड़ी सी भी पहचान में चूक होती है तो नुकसान हो सकता है। राज्य में यह योजना कोरोनाकाल में ही प्रारंभ हुई है, जिसे विभाग द्वारा गति देने का काम किया जा रहा है।
पांडेय ने कहा कि राज्य में सरकारी स्तर पर वायरल हेपेटाइटिस जांच करने के लिए शुरुआती दौर में कुछ जांच किट की खरीद भी कर ली गयी है। विभाग की अब कोशिश है कि सैंपल किस प्राकर लाया जाए। उस दिशा में कार्य प्रारंभ हैं। शुरुआती दौर में स्टेट लैब के तौर पर आईजीआईएमएस, एम्स, पटना, पीएमसीएच व आरएमआरआई को चिह्नित किया गया है।