पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल तालिबानी विचारधारा वाला एक परिवारिक पार्टी है। तेजप्रताप यादव और जगदानंद सिंह का तालिबानी नूरा कुश्ती के साथ शक्ति का जो प्रदर्शन हुआ, वह तालिबानी हिटलर शाही का राजद में प्रदर्शन है। देवतुल्य संस्था को लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का जो बिगड़ा था, वह तालिबानी बोल था।
तेजप्रताप यादव के द्वारा अपने इज्जत का फालूदा निकलवाने के बाद अपने प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए एक देवतुल्य संस्था पर बयान देना उसी का द्योतक है। अब यह देखना है कि राजद के सुप्रीमो के सबसे बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव कितने दिनों तक राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के डर से चुप रहते हैं।
भाजपा नेता सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को याद नहीं है कि राजद के सजायाफ्ता सुप्रीमो जब सिवान में स्वर्गीय शहाबुद्दीन के साथ प्रचार करते थे, तो नादिन का फोटो साथ में चलता था।
राजद के नेता का मुख्य काम है, टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन, जातीय उन्माद फैलाना, धार्मिक उन्माद फैलाना, नरसंहारों का संरक्षक, अपराधियों का संरक्षक, बिहार को अपहरण उद्योग और महिला उत्पीड़न, व्यापारियों का प्रताड़ना से तालिबान की स्थिति वाली पार्टी बनना। राजद में कंपीटिशन है कि किस नेता पर कितना धारा लगा है और कितने भयंकर धाराओं से वह सुशोभित है, कितनी जेल यात्रा कर चुका है और आधार पर दल के वरीयता का मूल्यांकन होता है, इसी को कहते हैं तालिबानी विचारधारा।
राष्ट्रीय जनता दल अपने शासनकाल में सिर्फ राष्ट्रभक्त और ईमानदार लोगों को प्रताड़ित किया था। भोले-भाले गरीबों का शोषण किया था, मजदूरों का पलायन कराने में अहम भूमिका निभाने वाला दल है। बड़े-बड़े व्यापारियों व डॉक्टरों ने राजद के शासनकाल में बिहार को छोड़कर डर से दूसरे राज्यों में चले गए।तो बिहार की जनता खुद सोचे कि राजद तालिबानी विचारधारा का संरक्षक है या नहीं।