पटना : राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार ने पीएम जनधन योजना के 7 साल पूरे होने पर कहा कि गरीब, पिछड़े व महिलाओं को देश की आर्थिक प्रगति से जोड़ने के लिए लक्षित जनधन योजना के सफल 7 वर्ष पूरे हुए। कोरोना काल में जन धन खातों के जरिए ही करोड़ों गरीबों को कम से कम समय में बिना बिचौलियों के लूट-खसोट के आर्थिक सहायता पहुंचाई जा सकी।
उन्होंने कहा कि गरीबों की हितैषी बनने का ढोंग करने वाली कांग्रेस व राजद कभी इस योजना का मज़ाक उड़ाया करती थी। बिहार में जहां 4 करोड़ 91 लाख जनधन खाते खुले और उनमें 14,705 करोड़ रु.जमा है, वहीं पूरे देश में 43 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिनमें 1.46 लाख करोड़ रुपये जमा है। जनधन खाताधारियों में 23.87 करोड़ (कुल लाभार्थियों की 55 %) महिलाएं हैं, जो पहली बार आर्थिक सुरक्षा के दायरे में आई हैं।
सुमो ने बताया कि जनधन खाताधारियों को जहां 10 हजार रुपये तक के कर्ज (ओवर ड्राफ्ट) की सुविधा है, वहीं दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु होने पर 2 लाख के बीमा से भी वे कवर हैं। विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशी पहल प्रधानमंत्री जन धन योजना गरीब व वंचित वर्ग को सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा देने के साथ भ्रष्टाचार उन्मूलन में भी कारगर सिद्ध हुई है। हर जनधन खाता आधार व मोबाइल से भी जुड़े हैं।
आज जनधन खातों के जरिए ही करोड़ों गरीबों,मजदूरों व किसानों को ससमय केंद्र व राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं की राशि बिना कमीशनखोरी के डीबीटी के माध्यम से सीधे उनतक पहुंच रही हैं।