ककोलत जलप्रपात पर आने जाने पर लगा प्रतिबंध समाप्त, पर्यटक उठा सकेंगे शीतल जलप्रपात का आनंद
नवादा : पूरे बिहार में अनलाॅक समाप्त होने के साथ ही बिहार का स्वर्ग कहे जाने वाला जिले के गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक शीतल ककोलत जलप्रपात से सैलानियों के लिए आने पर प्रतिबंध लगा प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है। इससे संबंधित पत्र रजौली एसडीओ चन्द्रशेखर आजाद ने जारी किया हैै। सूचना स्थानीय अधिकारीयों को दी गयी है।
हालांकि इसके पूर्व अफवाहें फैलायी गयी थी कि ककोलत जलप्रपात में 144 धारा लागु है। इससे संबंधित बोर्ड भी स्थानीय प्रशासन द्वारा लगाया गया था। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं थी। सिर्फ और सिर्फ सैलानियों के जाने पर प्रतिबंध लगा था।
गृह विभाग के आदेशानुसार अब वह प्रतिबंध हटाया गया है। इसके साथ ही करोना के नियमों के साथ ककोलत जलप्रपात में आने वाले सैलानी अब जलप्रपात का आनंद उठा सकेंगे। ऐसा होने से ककोलत जलप्रपात में कार्य कर रहे लोगों में भी खुशी की लहर है।
बताते चलें कि ककोलत जलप्रपात पर वहां के नजदीक गांव के लोग अपनी रोजी रोटी के लिए आने वाले सैलानियों के लिए खाना बनाते हैं जिससे उनका घर परिवार चलता है। ककोलत पर प्रतिबंध लगाए जाने से कई घरों के मुखिया को अपने परिवार के लिए खाना जुटा पाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए ककोलत जलप्रपात के इर्द-गिर्द के लोगों में खुशी की लहर है।
गृह विभाग के आदेशानुसार रजौली अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद के द्वारा चिट्ठी निर्गत करते हुए ककोलत में लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया। साथ ही कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करना सैलानियों के लिए अनिवार्य होगा।