‘प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति संबंधी कैबिनेट का फैसला नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा’
पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी किया है| प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2020 में प्रधान शिक्षक /प्रधानाध्यपक के पद को वर्तमान में कार्यरत योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों के प्रोन्नति से भरे जाने का प्रावधान है।
जबकि बिहार सरकार ने राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वर्तमान में कार्यरत करीब चार लाख शिक्षकों के हक की हकमारी करते हुए प्रतियोगिता परीक्षा द्वारा प्रधान शिक्षक / प्रधानाध्यापक पद पर बहाल करने की स्वीकृति कैबिनेट से पास किया है। जिसमें प्राइवेट विद्यालय के शिक्षकों को भी शामिल होने का प्रावधान किया है | जो सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी है। इसका प्रतिकूल असर शिक्षण कार्य पर भी पड़ेगा। शिक्षक छात्रों को पढायेंगे कि वे स्वयं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करेंगे।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के गलत नीतियों के कारण शिक्षण व्यवस्था की स्थिति पहले से हीं काफी बदहाल हो चुका है। सरकार के नये फैसले से शिक्षण व्यवस्था और भी ज्यादा खराब होगी। यदि शिक्षा के प्रति सरकार की नियत साफ है तो उसे पूर्व के नियमावली में जो प्रवधान है उसे हीं लागू करना चाहिए लेकिन सरकार ने जो कदम उठाया है वो नियोजित शिक्षकों के हित में नहीं है|
चितरंजन गगन ने पूर्व की नियमावली को हीं लागू करने की माँग की है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नियोजित शिक्षकों के अधिकारों के साथ यदि खिलवाड़ करने की कोशिश की गई तो राष्ट्रीय जनता दल चुप नहीं रहेगी।