मॉनसून सत्र : 2 दिन पहले लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, सत्र की उत्पादकता सिर्फ 22 फीसदी
दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र आज अनिश्चितकाल के स्थगित हो गया। विपक्ष द्वारा पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून, बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे सदन के लगातार हंगामा जारी रहा। विपक्ष प्रतिदिन सत्तापक्ष ज्वलंत मुद्दे पर सदन में घेरती रही, जिसके कारण इस बार का सत्र उम्मीदों के मुताबिक नहीं चल सका। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी कहा कि इस बार सत्र उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, विपक्ष द्वारा सहयोग नहीं किया गया।
लगातार हंगामे के कारण इस बार सत्र की उपयोगिता 22 प्रतिशत ही रहा। इस बार 127 वें संविधान संशोधन विधेयक समेत कुल 20 विधेयक पारित हुए। 66 प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए, सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 331 मामले उठाए। इस बार कुल 21 घंटे 14 मिनट ही काम हुआ। यानी 96 घंटे में से कुल 74 घंटे और 46 मिनट काम नहीं हो पाया।
ज्ञातव्य हो कि तय समय से दो दिन पहले लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है। मॉनसून सत्र के लिए 19 जुलाई से 13 अगस्त तक की तारीख तय की गई थी। वहीं, ओबीसी आरक्षण से जुड़ा विधेयक पास कराने के बाद सत्तापक्ष राज्यसभा को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने के मूड में है।