माता-पिता की सीएम रहते जो खुद 9वीं पास हो उसे शिक्षा पर बोलने का अधिकार नहीं : अरविन्द सिंह
पटना : भाजपा प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आपके माता-पिता दोनों बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं और आप सिर्फ नवीं पास कर पाए, इसलिए आपको शिक्षा पर बोलने का अधिकार नहीं है।
राजद के शासनकाल में बिहार में शिक्षा की जो दुर्गति हुई, उसका खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ा। सारे पढ़ने-लिखने वाले छात्र बिहार को छोड़कर दूसरे राज्यों में पढ़ने-लिखने चले गए, जो यहां बच्चे रह गए वे अपराधीकरण का शिकार बन गए।
अरविंद सिंह ने कहा कि राजद के शासनकाल में जितने भी कोचिंग संस्थान थे और जो भी अच्छे-अच्छे प्रोफ़ेसर थे, वे अपराधियों के डर से अपहरण होने के डर से रंगदारी टैक्स के चलते बिहार छोड़कर पलायन कर गए। सरकारी स्कूल-कॉलेजों की पढ़ाई की कल्पना भी आप नहीं कर सकते। जो प्राइवेट स्कूल-कॉलेज बचे थे, उनसे रंगदारी टैक्स, बच्चों और शिक्षकों का अपहरण होता था। वह इतिहास जब आप देखेंगे, सोचेंगे, पढ़ेंगे, तो आप कल्पना से परे चले जाएंगे ऐसी थी राजद की शासन में शिक्षा की व्यवस्था। कब किस बच्चे-बच्चियों को स्कूल से अपहरण हो जाए यह किसी को नहीं पता। माता-पिता खौफ में अपने बच्चे को स्कूल भेजते थे।
भाजपा नेता अरविंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के पिताजी और राजद सुप्रीमो जब बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तो चरवाहा विद्यालय खुलवा करके विद्यार्थियों को उसकी औकात बताते थे कि तुम चरवाहा विद्यालय में ही चरवाहा के बच्चों को पढना पड़ेगा, वह सामान्य स्कूलों में नहीं जा सकता है, यह थी सामंती विचारधारा और राजद की शिक्षा व्यवस्था।