बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेता सदानंद सिंह का निधन, राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर
पटना : बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेता व बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सदानंद सिंह का निधन हो गया। वे काफी दिनों से बीमार थे और उनका पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सदानंद सिंह की गिनती बिहार कांग्रेस के दिग्गज व जमीनी नेता के तौर पर होती है।
सदानंद सिंह भागलपुर के कहलगांव सीट से 9 बार विधायक रहे। इस दौरान वे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष से लेकर बिहार सरकार के मंत्री के रूप में कई विभागों का दायित्व संभाला। साथ ही वे विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे।
सदानंद सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष समेत अनेक नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के पूर्व मा० अध्यक्ष, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और अभिभावक,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्री सदानंद सिंह जी के निधन से मर्माहत हूँ।वह आजीवन जनसेवक बने रहे।ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को दारूण दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता सदानंद सिंह जी के निधन की खबर व्यथित कर देने वाली है। उनके जाने से बिहार के राजनीतिक व सामाजिक जगत में उभरा शून्य जल्द भरा नहीं जा सकेगा। हमारी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों मे स्थान दें।
नेता प्रतिपक्ष ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्री सदानंद सिंह जी के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ। उनका लंबा सामाजिक-राजनीतिक अनुभव रहा। वो एक कुशल राजनेता थे। ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार के सर्वमान्य नेता, कांग्रेस के योद्धा, मेरे पिता तुल्य सदानंद सिंह जी का आज स्वर्गवास हो गया। एक राजनीतिक युग का अवसान हुआ। आपका हँसता हुआ चेहरा हमेशा याद आएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे
एवं उनके परिवार को इस असहनीय दुःखद घड़ी को सहने की शक्ति दे।
सदानंद सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेत्री अमिता भूषण ने कहा कि कांग्रेसी परंपरा के एक सम्पूर्ण युग का अवसान आज अभिभावक और जनसरोकार की राजनीति के सर्वमान्य नेता सदानंद बाबू के निधन के साथ हो गया।अपने जीवनकाल में उन्होंने कांग्रेस की जो मजबूत और वैचारिक नींव तैयार की उसे बचाये रखने की महती जिम्मेदारी नई पीढ़ी को सौंप गए।