पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव द्वारा स्थापित लम्पटीकरण की संस्कृति को उनके दोनों पुत्रों ने जीवित कर रखा है और उसका परिणाम है कि राजद में बुजुर्गों को सम्मान नहीं दिया जाता है, जिसका ज्वलंत उदाहरण स्वर्गीय रघुवंश बाबू का एक लोटा पानी निकालना और जगता बाबू को हिटलर से तुलना करना और पद से हटाने की धमकी देना यह उसी का एक नमूना है।
भाजपा नेता सिंह ने कहा कि राजद के धृतराष्ट्र लालू प्रसाद यादव द्वारा बिहार के जनता को अपनी संपत्ति के रूप में बांटने का जो सोच को उन्होंने विकसित किया है, आज उसी का परिणाम है कि उनके घर में पार्टी को संपत्ति के रूप में बांटने का विवाद शुरू हो गया है, अपने नवीं पास छोटे पुत्र को नेता प्रतिपक्ष और उपमुख्यमंत्री जो बनाए थे और बड़े पुत्र को उसके अधिकार से वंचित कर छोड़ दिया था। आज उसने विद्रोह का बिगुल राजद में फूंक दिया है और और उसने अपने अधिकार के लिए राजद में छात्र जनता दल का बैठक बुलाये थे।
लालू यादव को अपने बड़े पुत्र के साथ भी न्याय करना चाहिए और बड़े पुत्र को कम से कम राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष तो जरूर बना देना चाहिए, नहीं तो उनकी बेटी डॉ मीसा भारती हैं, ये दोनों में से किसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहिए, नहीं तो पुत्र मोह में छोटे पुत्र को सब कुछ देने और बड़े पुत्र के साथ ज्यादती करने की इससे बड़ा उदाहरण और देश में कहीं नहीं मिलेगा।
राजद में राजद सुप्रीमो के द्वारा भ्रष्टाचार की संपत्ति के बंटवारा के चलते राजद का नाश होना तय है, लालू यादव द्वारा बिहार के जनता के साथ घोटाला और भ्रष्टाचार करके जो दुर्गति किए थे, उसका परिणाम इसी जीवन में उनके पुत्रों के द्वारा उनकी दुर्गति करके मिलेगी।
ज्ञातव्य हो कि बीते दिन छात्र राजद की बैठक को सम्बोधित करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि पहले पिताजी के समय पार्टी ऑफिस का गेट खुला रहता था, लेकिन आज मनमानी होने लगा है। मुझे मजबूरी में आना पड़ा। लोगों को ये समझना चाहिए कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है। काम ऐसा करो कि पद चला जाय उसके बाद भी लोग आपको याद करें।