पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को बताया कि ‘बाल हृदय योजना’ के तहत पांच महीने के दौरान दिल में छेद से पीड़ित 95 बच्चों का सफल ऑपरेशन किया गया जा चुका है। इस योजना के तहत ऐसी समस्या से जूझ रहे 69 बच्चों का सातवां दल ऑपेरशन के लिये बहुत जल्द अहमदाबाद भेजा जाएगा। 21 बच्चों का पहला दल दो अप्रैल 2021 को भेजा गया था। राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था, ताकि बच्चों में नयी जान आ सके।
पांडेय ने बताया कि सातवें दल के बच्चों का चयन इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईएमएस) में स्क्रीनिंग के बाद किया गया है। स्क्रीनिंग में राज्य के 20 जिलों के करीब 300 बच्चे आये थे। बच्चों की स्क्रीनिंग प्रशांति फाउंडेशन के तहत आने वाले सत्य साई हार्ट अस्पताल, अहमदाबाद के चिकित्सकों द्वारा की गई।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य सुविधओं के विस्तार के लिए प्रयासरत है और मासूम बच्चों को सरकार द्वारा यह सुविधा प्रदान कर इस समस्या से उबार रहा है। इस योजना के लिए बिहार सरकार ने प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन के साथ समझौता हुआ है। प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा बाल हृदय रोगियों की पहचानकर मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
मंगल पांडेय ने बताया कि जन्मजात दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे मासूमों की हृदय के ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी पहल की है। स्वास्थ्य विभाग के इस पहल से दिल में छेद वाले बच्चों को नयी जिंदगी मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि हर साल राज्य भर से दिल में छेद जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें संबंधित जगह ऑपरेशन के लिए भेजा जाय। पीड़ित के साथ उनके अभिभावक का यात्रा के अलावे ठहरने और भोजन का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।